वादे के मुताबिक़ कमिश्नर दीपक सिंह पीथमपुर में रहे मौजूद।
इंदौर : धार जिले के पीथमपुर के तारपुरा गांव स्थित रामकी एनवायरो फैक्ट्री में शुक्रवार को यूनियन कार्बाइड के कचरे का निष्पादन, सुरक्षा के सभी मापदंडों को ध्यान में रखते हुए प्रारंभ कर दिया गया। इंदौर के संभागायुक्त दीपक सिंह ने पूर्व में जब निष्पादन प्रक्रिया पर संदेह व्यक्त किया जा रहा था तब यह वादा किया था कि कचरा निष्पादन के दौरान वे स्वयं मौक़े पर मौजूद रहेंगे।अपने वादे को निभाते हुए संभागायुक्त दीपक सिंह अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ पीथमपुर में मौजूद रहे। उन्होंने बताया कि कचरा निष्पादन की पूरी प्रक्रिया सफलतापूर्वक प्रारंभ हुई है और कहीं से भी कोई विपरीत परिस्थिति निर्मित नहीं हुई है।
शुक्रवार को सुबह से ही पीथमपुर स्थित रामकी संयंत्र में मध्य प्रदेश पर्यावरण विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. नवनीत मोहन कोठारी, धार कलेक्टर प्रियंक मिश्र, आईजी अनुराग, डीआईजी निमिष अग्रवाल, एसपी मनोज कुमार सिंह और मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी मौजूद रहे। दोपहर करीब 3 बजे कचरे को भस्मक (इंसीनरेटर) में डाला गया। फैक्ट्री में पहले ट्रायल रन के तहत 10 टन कचरा नष्ट किया जाएगा। इस दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। फैक्ट्री परिसर के अंदर स्पेशल आर्म्ड फोर्स (SAF) के 130 जवान तैनात हैं, जबकि बाहर डीएसपी रैंक के अधिकारी तैनात हैं। पूरे क्षेत्र में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था लागू है।
जनमानस में बना विश्वास का वातावरण।
बता दें कि उच्च न्यायालय के दिशा-निर्देशों के मुताबिक़ प्रशासन द्वारा यूनियन कार्बाइड के कचरे को जलाने को लेकर व्याप्त भ्रांतियों का निराकरण पीथमपुर क्षेत्र में व्यापक जन जागरूकता अभियान चलाकर किया गया। आम जनता सहित विद्यार्थियों और विभिन्न संस्थाओं में जाकर कचरा निष्पादन की पूरी प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी गई। उन्हें बताया गया कि यह समूची प्रक्रिया पूरी तरीक़े से सुरक्षित है और इसके कोई भी दुष्परिणाम क्षेत्र की मिट्टी अथवा जल में नहीं आएंगे। वातावरण में भी किसी तरह के हानिकारक गैस का फैलाव नहीं होगा। संभागायुक्त दीपक सिंह के मार्गदर्शन में व्यापक रूप से चलाए गए इस जन जागरूकता अभियान के अच्छे परिणाम सामने आए और क्षेत्र में शासन-प्रशासन के प्रति विश्वास का वातावरण निर्मित हुआ।
कचरे के निपटान से पहले प्रशासन ने जन सहमति प्राप्त करने के लिए सक्रिय प्रयास किया। इसके तहत स्थानीय नागरिकों, पर्यावरण संगठनों, वैज्ञानिक विशेषज्ञों और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ संवाद स्थापित किया गया ताकि निष्पादन प्रक्रिया को पारदर्शी और सुरक्षित बनाया जा सके। यूनियन कार्बाइड कचरे का निष्पादन केवल तकनीकि या प्रशासनिक मामला नहीं है, बल्कि यह पर्यावरणीय संतुलन और जनस्वास्थ्य से सीधा जुड़ा है। इसलिए निष्पादन प्रक्रिया में वैज्ञानिक मानकों का पूरी तरह पालन किए जाने की दिशा में आगे बढ़ा जा रहा है । प्रशासन ने जनता और पर्यावरणविदों के सुझावों को भी ध्यान में रखा है । लॉन्ग-टर्म प्लानिंग के तहत यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि भविष्य में कोई समस्याएं उत्पन्न न हों। प्रदूषण नियंत्रण के लिए सख्त नियमों और नियमित मॉनिटरिंग की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
धार जिला प्रशासन ने जनसंवाद के माध्यम से निष्पादन प्रक्रिया को पारदर्शी और लोकतांत्रिक बनाने का काम किया है। जनता, वैज्ञानिकों, जनप्रतिनिधियों, विद्यार्थियों और सामाजिक संगठनों को शामिल करके जनसहयोग आधारित निर्णय प्रक्रिया अपनाई गई है।जब जनता और प्रशासन मिलकर कार्य करें, तो जटिल समस्याओं का सुरक्षित और स्थायी समाधान संभव हो सकता है। इस प्रक्रिया से न केवल यूनियन कार्बाइड कचरे का सुरक्षित निष्पादन सुनिश्चित होगा, बल्कि भविष्य के लिए एक आदर्श मॉडल भी स्थापित होगा।
डेटा को देखा जा सकता ऑनलाइन।
मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा यूका कचरे के निष्पादन के सिलसिले में वेबलिंक जारी की गई है। वेबलिंक https://zoom.us/j/97533675938?pwd=D7i4UbyLahVwhpUOLjqhaabLZ5J6ix.1 के ज़रिए CEMS डेटा और Incin Stack देखा जा सकता है।