पुलिस ने 12 घंटे में कर दिया दोहरे हत्याकांड का पर्दाफाश

  
Last Updated:  December 19, 2020 " 01:42 pm"

इंदौर : एरोड्रम थाना क्षेत्र में गुरुवार को हुए दोहरे हत्याकांड का खुलासा करते हुए पुलिस ने मृतक दंपत्ति की नाबालिग बेटी और उसके प्रेमी को गिरफ्तार किया है। डीआईजी हरिनारायण चारी मिश्र ने पत्रकार वार्ता के जरिए यह जानकारी दी।उन्होंने बताया कि पुलिस ने 12 घंटे में ही इस हत्याकांड की गुत्थी को सुलझाकर आरोपियों को धर- दबोचा।
दरअसल, थाना एरोड्रम पर 17 दिसंबर को सूचना प्राप्त हुई थी कि रुकमणी नगर में एक घर में दंपत्ति की नृशंस हत्या कर दी गई है। घर में ताला बाहर से लगा हुआ है। घटना की गंभीरता को देखते हुए तत्काल थाना प्रभारी, सीएसपी, एडिशनल एसपी, एसपी और स्वयं डीआईजी इंदौर शहर भी घटनास्थल पर पहुंचे। घटनास्थल का मुआयना किया गया।

डीआईजी मिश्र के अनुसार वारदात को अंजाम देनेवाले आरोपियों का पता लगाने हेतु अलग- अलग टीमें गठित की गई थीं। उक्त टीमों के द्वारा घटना के संबंध में पूछताछ, तकनीकि सर्विलांस तथा सीसीटीवी फुटेज आदि का विश्लेषण किया गया।। लगभग 50 से अधिक लोगों से पूछताछ की गई वहीं करीब 200 कैमरों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। जिसके परिणाम स्वरूप मात्र 12 घंटे में ही आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ गए।

घटना के संबंध में खुलासा होने पर यह ज्ञात हुआ कि मृतक पति-पत्नी, बेटा और एक बेटी साथ में रहते थे। बगल के घर में उक्त दंपत्ति के माता-पिता निवास करते थे। घटना दिनांक को मृतक दंपत्ति का बेटा उनके माता-पिता यानि अपने दादा-दादी के साथ था तथा बेटी और दंपत्ति घर में सोए हुए थे। घटना के बाद से दंपत्ति की नाबालिग बेटी फरार थी। घटना के समय आवाजें आने पर उसके संदिग्ध आचरण की सूचना आसपास के लोगों द्वारा दी गई थी विभिन्न सर्विलांस के आधार पर ज्ञात हुआ कि उक्त नाबालिग लड़की का धनंजय यादव उर्फ डीजे निवासी महावीर मार्ग गांधीनगर से प्रेम प्रसंग था तथा इसी बात को लेकर पूर्व में विवाद आदि भी हुए थे। घटना के बाद से ही धनंजय यादव भी फरार हो गया था। घटना का ब्यौरा इकठ्ठा करने पर पता चला की उक्त नाबालिग लड़की एवं धनंजय यादव ने पूर्व योजना बनाकर उक्त हत्या को अंजाम दिया गया है। घटना का कारण घर में रखे रुपए आदि लूटना तथा उनको रोक-टोक करने से रंजिश का बदला लेना था।
घटना में अपने गंभीर कृत्य के प्रति सहानुभूति के लिए उक्त नाबालिग लड़की ने एक नोट भी लिखा था, जिसमें उसने सरासर फर्जी आरोप अपने पिता पर लगाना स्वीकार किया है।

घटना के संबंध में पूर्ण पतारसी करने पर ज्ञात हुआ कि आरोपियों द्वारा पूर्ण तैयारी करके एक बड़ा बकानुमा चाकू तथा एक दरातां लाकर प्रातः 4:00 बजे जैसे ही लड़की ने दरवाजा खोला और आरोपी धनंजय ने घर में प्रवेश किया। योजनाबद्ध तरीके से पहले आरक्षक की पत्नी पर वार किया गया, उसके पश्चात आरक्षक की हत्या की गई। हत्या उपरांत घर से अलमारी में रखे हुए लगभग 1,19,000/- रुपय लेकर लड़की और उसका प्रेमी यहां वहां होते-होते मंदसौर तरफ भागे। उनका इरादा आगे राजस्थान जाकर रहने का था, लेकिन पुलिस की नाकाबंदी व चेकिंग के कारण डर के कारण नहीं जा पाए। पुलिस ने त्वरित घेराबंदी कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ घटना में प्रयुक्त हथियार, रुपए तथा बाइक आदि बरामद कर जप्त कर ली गई है।

उक्त सनसनीखेज घटनाक्रम पर त्वरित कार्रवाई करने वाली टीम को पुलिस उपमहानिरीक्षक इंदौर शहर द्वारा 20 हजार रुपए के नगर पुरस्कार से पुरस्कृत करने की घोषणा की गई है।

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