‘कलम बोलती है’ पुस्तक के विमोचन समारोह में बोली डॉ. पद्मा सिंह।
“कलम बोलती है” पुस्तक का विमोचन।
इंदौर : देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं जनसंचार अध्यनशाला में आयोजित समारोह में डॉ. निर्मला सिंह द्वारा लिखित “कलम बोलती है” पुस्तक का विमोचन किया गया। मध्य प्रदेश हिंदी साहित्य समिति की साहित्य मंत्री पद्मा सिंह कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के बतौर मौजूद रहीं।उन्होंने पुस्तक की भूमिका भी लिखी है। वरिष्ठ पत्रकार मुकेश तिवारी कार्यक्रम के विशेष अतिथि थे।
पुस्तके पढ़ने की आदत डालें।
मुख्य अतिथि डॉ. पद्मा सिंह ने इस मौके पर पुस्तक के बारे में बात करते हुए कहा कि यह पुस्तक लेखिका के मन के भाव को प्रस्तुत करती है। जब ताजे और नर्म शब्दों को हमारे हाथ स्पर्श करते हैं तो सुंदर अनुभूति होती है । अंग्रजी पुस्तकें तो बहुत लोग पढ़ते हैं परंतु हिंदी पुस्तकों पर पाठकों का ध्यान नहीं जाता, इसके चलते कई पुस्तकें प्रकाशन के बाद अनुपयोगी साबित हो रही हैं। उन्होने कार्यक्रम में उपस्थित छात्र- छात्राओं और प्रबुद्धजनों से आग्रह किया कि वे निरंतर पुस्तकें पढ़ने की आदत डालें।
कार्यक्रम के विशेष अतिथि अध्यनशला के पूर्व छात्र और वरिष्ठ पत्रकार डॉ मुकेश तिवारी ने अपने विचार रखते हुए कहा कि पहली पुस्तक के विमोचन की खुशी, बच्चे के जन्म लेने पर मां को होने वाली खुशी के समान होती है। उन्होंने कहा कि डॉ. निर्मला सिंह की यह पुस्तक पुस्तक को “जीवन के अनुभवों का संग्रह” है।
पुस्तक की लेखिका डॉ. निर्मला सिंह ने अपने उद्बोधन में लेखन की आदत के रूप में अपनाने की सलाह दी और कहा कि , ” जब लेखन, आदत बन जाती है तो उसे उसकी मंजिल भी मिल जाती है।”
कार्यक्रम का संचालन और आभार प्रदर्शन विभागाध्यक्ष डॉ. सोनाली नरगुंदे किया। कार्यक्रम में विभाग के प्राध्यापक, विद्यार्थी, साहित्यप्रेमी और प्रबुद्धजन उपस्थित रहे।