इंदौर: इंटरनेशनल स्टूडेंट एक्सचेंज एंड नॉलेज शेयरिंग प्रोग्राम के तहत प्रेस्टीज इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग मैनेजमेंट एंड रिसर्च के फाइनल ईयर के छात्रों ने पोलैंड की वारसॉ यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी में इंटरनेशनल समर स्कूल प्रोग्राम में हिस्सा लिया। वारसॉ में अपने प्रवास के दौरान, छात्रों को क्रमशः ज्ञान, प्रौद्योगिकी, प्रबंधन, उदारता, सॉफ्ट स्किल्स, भाषा और संस्कृति से संबंधित व्यापक अनुभव प्राप्त हुआ, जिससे उन्हें अपने व्यक्तित्व और जीवन के प्रति दृष्टिकोण को तैयार करने में मदद मिली।सप्ताह भर चले इस समर स्कूल प्रोग्राम के तहत छात्रों को “प्रोसेस मॉडलिंग”, बिजनेस प्रोसेस मैनेजमेंट, बिजनेस प्रोसेस मॉडलिंग वर्कशॉप, लॉजिस्टिक मैनेजमेंट, उद्यम में दक्षता का मूल्यांकन, उत्पादन प्रक्रियाओं की मॉडलिंग, आधुनिक प्रबंधन विधियों और प्रक्रिया में सुधार की अवधारणाओं के बारे में बताया गया।
इस अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम का लाभ उठाने वाले पीआईईएमआर के छात्रों में पीआईइएमआर के कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग की मंजिरी ठाकरे, इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग विभाग के तुषार पाल, अमीषा शाह और अंजलि यादव शामिल थे। उन्होंने अपने अनुभवों को साझा करते हुए पोलैंड को एक प्रगतिशील और कड़ी मेहनत करने वाला राष्ट्र बताया जो आतिथ्य पर विशेष ध्यान देता है। पीआईईएमआर के कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग विभाग की छात्रा मंजिरी ने कहा कि पोलैंड की यह यात्रा उनके करियर को नया आयाम देने में मदद करेगी। छात्रों ने अंतर्राष्ट्रीय मंच प्रदान करने के लिए प्रेस्टीज एजुकेशन फाउंडेशन के चेयरमैन डॉ डेविश जैन, पीईएफ के डायरेक्टर केतन जैन तथा पीआईईएमआर के डायरेक्टर डॉ मनोज कुमार देशपांडे के प्रति आभार प्रकट किया। छात्र विनिमय कार्यक्रम का समन्वय करने वाली डॉ. रीना डिसावाल ने कहा कि पीआईईएमआर छात्रों की वारसॉ, पोलैंड की यात्रा ने वारसॉ प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, पोलैंड के साथ प्रशिक्षण की आगे की योजना के लिए दरवाजे खोल दिए हैं।