इंदौर : खंडवा के सांसद नंदू भैया के कोरोना संक्रमण से निधन के बाद यह सीट खाली हो गई है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता कृष्णमुरारी मोघे का नाम इस सीट से संभावित उम्मीदवार के रूप में लिया जा रहा है। कहा जा रहा है कि मोघे खुद भी इस सीट से चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं। मंगलवार को प्रदेश वार्ताकार जेपी मूलचंदानी के साथ बीजेपी के प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत से उनकी मुलाकात ने खंडवा से उनके चुनाव लड़ने की अटकलों को फिर हवा दे दी।
संगठन करता है फैसला।
हालांकि मीडिया से चर्चा में मोघे ने इस बात से इनकार किया कि प्रदेश महामंत्री सुहास भगत के साथ मुलाकात के दौरान उन्होंने खंडवा लोकसभा सीट से अपनी दावेदारी जताई। मोघे का कहना था कि टिकट किसे दिया जाए, इसका फैसला कार्यकर्ताओं को आवाज पर संगठन करता है। उन्होंने कहा कि सुहास भगत से मुलाकात के दौरान संगठनात्मक विषयों पर चर्चा हुई।
स्व. नंदकुमार चौहान के बेटे हर्ष चौहान की अपने पिता की सीट से दावेदारी जताने पर मोघे का कहना था कि सबकी अपनी राय हो सकती है, लेकिन संगठन सभी पहलुओं पर विचार कर फैसला करता है।
बता दें कि संगठन में लंबे समय तक काम करने वाले कृष्णमुरारी मोघे की कार्यकर्ताओं में अच्छी पकड़ है। खरगौन से वे सांसद भी रह चुके हैं। खंडवा में भी वे खासे सक्रिय रहे हैं। यही कारण है कि इस लोकसभा सीट पर उपचुनाव को लेकर संभावित बीजेपी प्रत्याशी के रूप में उनका नाम जोर- शोर से चल रहा है।