एक बार फिर कोरोना फैलाने से बाज आए सरकार।
हालात की संवेदनशीलता को समझने की जरूरत – शुक्ला।
इंदौर : कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला ने कहा है कि इंदौर में एक बार फिर कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने की स्थिति बनने से रोकना जरूरी है , इसके लिए सरकार को सचेत हो जाना चाहिए । इंदौर में प्रवासी भारतीय दिवस के कार्यक्रम में भाग लेने के लिए विदेशों से आने वाले नागरिकों को पहले 7 दिन के लिए क्वॉरेंटाइन किया जाना चाहिए।
पहले भी विदेश से आने वालों के कारण फैला था संक्रमण।
विधायक शुक्ला ने जारी एक बयान में कहा कि चीन और उसके साथ ही यूरोप के कई देशों में कोरोना वायरस का संक्रमण एक बार फिर बढ़ गया है । इन देशों में इस बार संक्रमण के फैलने की रफ्तार बहुत तेज है । पिछली बार भी भारत में जो संक्रमण फैला था वह विदेशों से आने वाले नागरिकों के कारण फैला था । इस अतीत को ध्यान में रखते हुए हमें इंदौर और मध्यप्रदेश को कोरोना वायरस के संक्रमण की चपेट में जाने से बचाने के लिए पुख्ता व्यवस्था करना चाहिए । पहले भी सरकार द्वारा अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर रोक नहीं लगाई जाने के कारण देश में कोरोना वायरस का संक्रमण फैला था, अब एक बार फिर वैसे ही हालात बनते हुए नजर आ रहे हैं ।
उन्होंने कहा कि इंदौर में सरकार के द्वारा 8 से 10 जनवरी तक आयोजित किए जा रहे प्रवासी भारतीय दिवस के कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आ रहे विदेश के नागरिकों को कार्यक्रम में भाग लेने के पहले 7 दिन के लिए क्वॉरेंटाइन किया जाए । इन सभी नागरिकों की कोरोना के संक्रमण की जांच कराई जाएं । उस जांच की रिपोर्ट आने के बाद ही उन्हें कार्यक्रम में भाग लेने की अनुमति दी जाएं । शुक्ला ने मांग की है कि सरकार द्वारा इस दिशा में गंभीरता के साथ फैसला लिया जाए । यह फैसला जल्दी लिया जाए ।
जनता की जान से ज्यादा जरूरी है सत्ता।
शुक्ला ने कहा कि इतिहास साक्षी है कि भाजपा ने कोरोना में जनता की जान से ज्यादा महत्व सत्ता को दिया है । कोरोना में सरकार बनाने के लिए चुनाव कराए गए। मध्यप्रदेश की जनता की सरकार गिराई गई। उस वक्त केंद्र सरकार की एडवाइजरी का कोई मतलब नही था । आज राहुल गांधी की यात्रा को रोकने के लिए ये सब किया जा रहा है । प्रदेश में मुख्यमंत्री चौहान आने वाले समय में विकास यात्रा करेंगे । सभी मंत्री लोकार्पण व भूमिपूजन करेगे । प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी रैलियां करेंगे ।विकास यात्रा 1 फरवरी से निकलेगी । क्या करोना गाइड लाइन व स्वास्थ्य मंत्रालय की एडवायजरी उनपर लागू होगी..? ये बड़ा सवाल है।