इंदौर : स्व. सुषमा स्वराज के विदेश मंत्री रहते पाकिस्तान से भारत लाई गई मूक- बधिर युवती ‘गीता’ तभी से इंदौर के स्कीम नम्बर 71 स्थित मूक- बधिर संस्थान में रह रही है। रविवार को अनाथालय और गरीब बस्तियों के बच्चों के साथ गीता ने भी होटल रेडिसन में दिवाली मनाई। केबिनेट मंत्री जीतू पटवारी ने खास तौर पर गीता को बुलावा भेजा था। गीता ने लजीज व्यंजनों का खूब लुत्फ उठाया। मंत्री जीतू पटवारी ने भी गीता को उसके पसंदीदा व्यंजन खुद परोसे और उसकी कुशलक्षेम पूछी। गीता बच्चों के साथ घुलमिल गई और दीप पर्व की खुशियां मनाती नजर आई।
श्री पटवारी ने बताया कि ‘गीता’ संस्थान में अकेली रह गई थी। उसके संगी- साथी दिवाली मनाने अपने- अपने घर चले गए थे। इसीलिए उसे भी दिवाली की खुशियों में शामिल होने के लिए बुला लिया। यहां आकर और बच्चों के साथ दिवाली मनाकर वह बेहद खुश हुई।
नहीं मिल पाए हैं गीता के परिजन।
गीता के परिजनों को ढूढने की हरसंभव कोशिश की गई। कई लोगों ने उसपर अपनी बेटी होने का दावा भी जताया लेकिन डीएनए टेस्ट में सारे दावे गलत साबित हुए। उसकी शादी करवाने के प्रयास भी हुए लेकिन बात नहीं बन पाई।