इंदौर : प्राधिकरण ने नायतामूंडला के अलावा एमआर-10 स्थित कुमेर्डी में मध्य भारत का सबसे बड़ा और अत्याधुनिक बस टर्मिनल बनाया है। अब इस बस स्टैंड का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। इसके संचालन की जिम्मेदारी बड़ौदा – सूरत की तर्ज पर किसी निजी योग्य ऑपरेटर को दी जाएगी। बड़ौदा – सूरत के मॉडल का अध्ययन करने प्राधिकरण का चार सदस्यीय दल बुधवार को इंदौर से रवाना होगा।
कुमेर्डी का आईएसबीटी इंदौर विकास प्राधिकरण ने एयरपोर्ट की तरह बनाया है। दिसम्बर तक यह बस टर्मिनल संचालन के लिए शुरू हो जाएगा, जबकि जो बस टर्मिनल नायता मूंडला में बना है उसका संचालन कुछ दिनों पूर्व एआईसीटीएसएल के सहयोग से शुरू कर दिया गया है। कुमेर्डी का बस टर्मिनल अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है, जहां पर भरपूर पार्किंग, रेस्टोरेंट, बैंक सहित अन्य सुविधाएं दी जा रही है, लिहाजा उसका बेहतर रख-रखाव और संचालन हो सके इसलिए प्राधिकरण योग्य निजी ठेकेदार फर्म की तलाश कर रहा है। प्राधिकरण सीईओ आरपी अहिरवार के मुताबिक बड़ौदा का आईएसबीटी देश का सबसे बड़ा बस टर्मिनल है और इसकी काफी प्रशंसा सुनी है। पिछले दिनों निजी बस ऑपरेटरों के साथ हुई बैठक में भी उन्होंने बड़ौदा के बस टर्मिनल के संचालन की तारीफ की थी।इसके चलते प्राधिकरण का दल बड़ौदा के बस टर्मिनल को देखने जा रहा है। उसको देखने और संचालन प्रणाली का अध्ययन कर यह दल अपनी रिपोर्ट सौंपेगा समय मिला तो यह दल सूरत के बस टर्मिनल को भी देखेगा। बुधवार को प्राधिकरण के जनसम्पर्क अधिकारी कपिल भल्ला, वरिष्ठ अभियंता अनिल जोशी, भू-अर्जन अधिकारी सुदीप मीणा और कंसल्टेंट जोशी बड़ौदा के लिए रवाना होंगे। इधर 12 अक्टूबर यानी दशहरा के दिन फूटी कोठी, भंवरकुआ प्लायओवरों के अलावा खजराना चौराहा की एक भुजा का लोकार्पण मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के हाथों कराना तय किया गया था लेकिन दशहरा के दिन मुख्यमंत्री पहले महेश्वर जाएंगे, उसके बाद फिर इंदौर आकर शस्त्र पूजन में शामिल होंगे।त्योहार के चलते सीएम और सभी जनप्रतिनिधि भी व्यस्त रहेंगे। इसलिए तय किया गया कि 12 की जगह अब 14 अक्टूबर को मुख्यमंत्री इन फ्लायओवरों का लोकार्पण करेंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री यादव एक सभा को भी संबोधित करेंगे।