बांध प्रभावित गांवों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर किया गया शिफ्ट, भोजन, पानी का किया पर्याप्त इंतजाम

  
Last Updated:  August 13, 2022 " 09:33 pm"

कमिश्नर, आईजी, कलेक्टर और एसपी सहित अन्य अधिकारी मौके पर हैं मौजूद।

मुख्यमंत्री चौहान द्वारा भी की जा रही है स्थिति की निरंतर समीक्षा।

इंदौर : धार जिले के भारुड़पुरा डैम (कारम) में रिसाव के बाद उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए शासन-प्रशासन द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। मंत्री द्वय तुलसीराम सिलावट और राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव सहित कमिश्नर डॉ. पवन कुमार शर्मा, आईजी राकेश गुप्ता, डीआईजी चंद्रशेखर सोलंकी सहित संबंधित जिलों के कलेक्टर और अन्य अधिकारी मौके पर ही डटे हैं। हालात की लगातार समीक्षा की जा रही है। आपदा प्रबंधन के कार्य तेज गति से किये जा रहे हैं।

मंत्री सिलावट ने मौके पर ही डाला डेरा।

कारम डैम में रिसाव से उत्पन्न विषम परिस्थितियों से निपटने को लेकर शासन-प्रशासन लगातार सक्रियता और संवेदनशीलता से कार्य कर रहा है। जल संसाधन विभाग के मंत्री तुलसीराम सिलावट बाँध स्थल पर ही डेरा जमाए हुए हैं। मंत्री राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव भी उनके साथ हैं। वे बांध से रिसाव रोकने और ग्रामीणों की वैकल्पिक व्यवस्था को लेकर अधिकारियों को निर्देशित कर रहे हैं। चैनल बनाकर बांध से पानी कम करने की भी कवायद की जा रही है।

ग्रामीणों को पहुंचाया गया सुरक्षित स्थानों पर।

भारुड़पुरा में डैम के रिसाव के बाद खरगोन जिला प्रशासन डाउनस्ट्रीम में आने वाले गांवों में शुक्रवार दोपहर से ही राहत एवं बचाव के कार्यो में लगा है। खरगोन कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम के मुताबिक महेश्वर तहसील में कारम नदी के तटवर्ती
6 गांवों को खाली कराकर ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर बनाए गए राहत शिविरों में पहुँचाया गया है।

नर्मदा और कारम नदी के संगम तक का आंकलन कमिश्नर और कलेक्टर ने किया।

शुक्रवार रात करीब 10 बजे इंदौर कमिश्नर डॉ. पवन कुमार शर्मा, आईजी राकेश गुप्ता, खरगोन कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम और एसपी धर्मवीर सिंह महेश्वर तहसील के जलकोटा पहुँचे। यहां नर्मदा नदी और कारम नदी के संगम स्थान पर जल संसाधन विभाग के अधिकारियों से पानी के वेग और फैलाव से बचाव पर बैठक की। साथ ही इसी गांव में राहत एवं बचाव के कार्यों को अपनी निगरानी में कराया। जलकोटा गांव में अधिकारियों ने राहत शिविर में गद्दे बिस्तर, पानी और भोजन आदि व्यवस्थाएं सुनिश्चित की हैं ताकि प्रभावितों को परेशानी न हो।

प्रभावितों के ठहरने और भोजन की पर्याप्त व्यवस्था।

ग्रामीणों से चर्चा करते हुए कमिश्नर डॉ. पवन कुमार शर्मा ने कहा कि आपकी सुरक्षा शासन का पहला उद्देश्य है। आपको सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाने के लिए परिवहन की व्यवस्था की गई है साथ ही राहत शिविरों में बिस्तर और भोजन के इंतजाम किए गए है। सामान्य स्थिति होने पर पुनः आप लोगों को गांवो में छोड़ा जाएगा।

सामाजिक संस्थाएं भी मदद के लिए आई आगे।

डैम में कार्यरत कर्मियों एवं नागरिकों के लिए सनातन सारथी परिवार धामनोद के स्वयंसेवक भी स्वप्रेरणा से भोजन वितरण कर रहे हैं। संस्था के भारत सिंह परिहार ने बताया कि उनका दल प्रभावित ग्रामों में भी रोटी वितरण का काम कर रहा है।

Facebook Comments

Related Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *