इंदौर : इंदौर पुलिस के बालिका सशक्तिकरण अभियान ‘घर छोड़ के न जाओ’ की शुरुआत मंगलवार को द्वारकापुरी स्थित ‘आनंद स्कूल’ से की गई।
पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्रा एवं अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर मनीष कपूरिया के निर्देश पर 16 से 18 वर्ष की उम्र की बालिकाओं द्वारा किसी के बहकावे में आकर घर छोड़कर उसके साथ चले जाने की घटनाओं पर चिंता जाहिर करते हुए पुलिस उपायुक्त आरके सिंह को एक कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए थे। इसपर पुलिस उपायुक्त जोन 4 आरके सिंह द्वारा ‘घर छोड़ के न जाओ’ अभियान की योजना बनाई गई । उन्होंने अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त जोन 4 एवं सहायक पुलिस आयुक्त अन्नपूर्णा बीपीएस परिहार को बुलाकर थाना द्वारकापुरी क्षेत्र में नाबालिग बच्चियों के घर छोड़ के जाने को लेकर इस कार्ययोजना को अमल में लाने को कहा। इसी क्रम में मंगलवार 15 फरवरी को आनंद स्कूल द्वारकापुरी में 16 से 18 वर्ष की बालिकाओं, उनके परिजन, स्कूल के शिक्षक, आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, महिला एवं बाल विकास अधिकारी तथा अन्य गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। डॉ. प्रशांत चौबे पुलिस उपायुक्त जोन 4, सहायक पुलिस आयुक्त अन्नपूर्णा बीपीएस परिहार, निरीक्षक सतीश द्विवेदी थाना द्वारकापुरी, उपनिरीक्षक मीना चौहान और थाने का स्टाफ उपस्थित रहा। पुलिस अधिकारियों ने बालिकाओं को उनके अधिकारों की जानकारी देने के साथ घर छोड़कर जाने के दुष्परिणामों से भी अवगत कराया। साइबर अपराधों से कैसे बचा जाए तथा सोशल मीडिया का उपयोग इस उम्र की बालिकाओं के द्वारा कब, कहां और किस हद तक किया जाए इसकी भी विस्तार से जानकारी दी गई। पुलिस के मुताबिक इस तरह के अभियान से बालिकाओं व उनके परिजनों में जागरुकता आएगी और धारा 363 ipc के अपराधों में कमी आएगी।