इंदौर: बीजेपी की शहर और ग्रामीण इकाई का प्रतिनिधिमंडल मंगलवार शाम जिला निर्वाचन अधिकारी से मिला और उन्हें मुख्य निर्वाचन अधिकारी के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के जरिये इंदौर की एसएसपी रुचि वर्धन मिश्र के तुरन्त तबादले की मांग की गई। ज्ञापन में आरोप लगाया गया कि एसएसपी रुचि वर्धन आचार संहिता लागू होने के बावजूद प्रदेश की कांग्रेस सरकार के इशारे पर काम कर रही है।
आयकर विभाग की कार्रवाई में बाधा डालने के प्रयास का एसएसपी पर आरोप।
बीजेपी नेताओं का कहना था कि सीएम कमलनाथ के निजी सचिव प्रवीण कक्कड़ के घर चल रही आयकर विभाग की कार्रवाई में बाधा डालने एसएसपी रुचि वर्धन वहां पहुंची थी। कांग्रेस सरकार के इशारे पर उन्होंने ऐसा किया। आचार संहिता लागू होने पर भी उनका ये आचरण अनैतिक और अवैधानिक है । इससे ये भी साबित होता है कि उनकी निष्ठा संविधान और आचार संहिता की बजाए कांग्रेस के प्रति है। ऐसे में उनके रहते स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव संभव नहीं है।
बीजेपी ने चुनाव की निष्पक्षता कायम रखने के लिए एसएसपी रुचि वर्धन के स्थानांतरण की मांग मुख्य निर्वाचन अधिकारी से की है।
ज्ञापन देनेवालों में वरिष्ठ नेता कृष्णमुरारी मोघे, बीजेपी शहर अध्यक्ष गोपी नेमा, जिला अध्यक्ष रवि सोमानी, विधायक रमेश मेंदोला, महेंद्र हार्डिया, पूर्व आईडीए अध्यक्ष शंकर ललवानी, पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता, राजेश सोनकर और प्रवक्ता उमेश शर्मा सहित अन्य पार्टी नेता शामिल थे।