बुजुर्गों को विमान से तीर्थ यात्रा करवाने का सपना साकार हुआ – मुख्यमंत्री चौहान

  
Last Updated:  May 22, 2023 " 02:58 pm"

पहली बार विमान से प्रयागराज की यात्रा कराई गई प्रदेश के 32 बुजुर्ग तीर्थ यात्रियों को।

बुजुर्ग बिना कष्ट के कम समय में कर सकेंगे तीर्थ-दर्शन।

अब विमान में भी जोड़े से तीर्थ-दर्शन करने जा सकेंगे बुजुर्ग तीर्थ-यात्री।

मुख्यमंत्री ने विमान से तीर्थ-दर्शन योजना का भोपाल से किया शुभारंभ।

इंदौर : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि हमारी सरकार ने प्रदेश के बुजुर्गों को हवाई जहाज से तीर्थ-यात्रा कराने का संकल्प लिया था। वो संकल्प और सपना साकार हुआ है। उन्होंने कहा कि मनुष्य, भौतिक प्रगति के साथ आध्यात्मिक शांति चाहता है। भारत धर्म प्रधान देश है, भक्ति मार्ग में तीर्थ-यात्रा को प्रभु दर्शन का प्रभावी मार्ग माना गया है। हमारे बुजुर्ग बिना कष्ट के कम समय में तीर्थ कर’ आध्यात्मिक शांति प्राप्त कर सकें इस उद्देश्य से विमान से तीर्थ-यात्रा शुरू की गई है। वर्तमान में विमान से मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना में एक परिवार से एक सदस्य तीर्थ-यात्रा पर जा सकता हैं। अगली यात्रा से एक परिवार से एक से अधिक सदस्यों की तीर्थ-यात्रा पर जाने की व्यवस्था की जाएगी, इससे बुजुर्ग अपने जीवनसाथी के साथ तीर्थ का पुण्य प्राप्त कर सकेंगे। रेल और विमान से मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन यात्रा लगातार जारी रहेगी।

मुख्यमंत्री चौहान भोपाल के राजा भोज विमानतल से मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना में विमान से यात्रा के शुभारंभ पर तीर्थ-यात्रियों से संवाद कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने विमान से तीर्थ-दर्शन कराने की योजना का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलित कर किया। मध्यप्रदेश गरीब बुजुर्ग तीर्थ-यात्रियों को हवाई यात्रा कराने वाला देश का पहला राज्य है। विमान से प्रयागराज जाने वाली पहली तीर्थ-यात्रा में 32 बुजुर्ग तीर्थ-यात्री शामिल हुए, जिसमें 24 पुरूष और 8 महिला तीर्थ-यात्री शामिल थे। मुख्यमंत्री चौहान ने शॉल-श्रीफल भेंट कर व फूलों की माला पहना कर बुजुर्ग तीर्थ-यात्रियों का अभिवादन किया। तीर्थ-यात्री श्रीमती कृष्णा चौबे को प्रतीक स्वरूप बोर्डिंग पास की प्रतिकृति प्रदान की गई। मुख्यमंत्री चौहान ने बुजुर्गों से आशीर्वाद प्राप्त किया। उन्होंने बुजुर्ग तीर्थ-यात्रियों के साथ ग्रुप फोटो भी खिचवाया और ढोल-ढमाकों एवं धर्म ध्वजा के साथ तीर्थ-यात्रियों को विमानतल में प्रवेश कराया। मुख्यमंत्री ने बुजुर्गों को प्रयागराज की तीर्थ-यात्रा पर ले जा रही इंडिगो की नियमित फ्लाइट को विमानतल से रवाना किया। विमान से प्रयागराज जा रहे भाव-विभोर बुजुर्गों ने मुख्यमंत्री चौहान को आशीर्वाद प्रदान किया।

भगवान की भक्ति में डूबने की अनुभूति प्रदान करती है तीर्थ-यात्रा।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि भारतीय संस्कृति में तीर्थ का बहुत महत्व है। भगवत प्राप्ति के तीन मार्ग क्रमश: भक्ति मार्ग, ज्ञान मार्ग और कर्म मार्ग बताए गए हैं। भगवान की भक्ति में डूबना ही भक्ति मार्ग है, तीर्थ-यात्रा यही अनुभूति प्रदान करती है। प्रदेश के बुजुर्गों को आध्यात्मिक शांति और आनंद की अनुभूति कराने के लिए ही गंगा-यमुना-सरस्वती नदियों का संगम स्थल तीर्थराज-प्रयागराज की यात्रा पर विमान से भेजा जा रहा है।

प्रधानमंत्री मोदी की “हवाई चप्पल पहनने वाले भी हवाई यात्रा कर सकेंगे” की सोच को साकार करने का प्रयास है विमान से बुजुर्गों की तीर्थ-यात्रा।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि हमारी सरकार ने ऐसी व्यवस्था कर दी है, जिससे हवाई चप्पल पहनने वाले भी हवाई यात्रा कर सकेंगें। मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना में विमान से तीर्थ-यात्रा की व्यवस्था करना प्रधानमंत्री मोदी की सोच को साकार करने का प्रयास है। यह यात्राएँ लगातार जारी रहेंगी।

उन्होंने बताया कि योजना में अब तक 7 लाख 82 हजार बुजुर्ग रेल से तीर्थ-यात्रा कर चुके हैं। विमान से तीर्थ-यात्राओं का क्रम निरंतर जारी रहेगा। प्रयागराज के साथ ही शिर्डी, मथुरा-वृंदावन, गंगासागर की यात्रा विमान से कराई जाएगी। साथ ही प्रदेशवासियों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए विकास और कल्याण के कार्य निरंतर जारी रहेंगे।

संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, पूर्व प्रोटेम स्पीकर और विधायक रामेश्वर शर्मा, विधायक विष्णु खत्री, कृष्णा गौर, भोपाल महापौर मालती राय और अन्य जन-प्रतिनिधि व अधिकारी उपस्थित थे।

शिवराज ने निभाई बेटे की भूमिका।

बैरागढ़ वार्ड क्रमांक-2 की निवासी 72 वर्षीय श्रीमती सिया कुमारी शर्मा बताती हैं कि उनका कोई बच्चा नहीं है। वे सपने में भी सोच नहीं सकती थी कि कभी हवाई जहाज से यात्रा करेंगी और वह भी प्रयागराज की। जब पार्षद कुसुम चतुर्वेदी ने उन्हें इसकी जानकारी दी और फॉर्म भरवाया तो उनकी खुशी का ठिकाना न रहा। उन्होंने 3 वर्ष पूर्व मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना में तिरुपति बालाजी की यात्रा भी की है। उन्होंने भावुक होकर कहा कि मेरा कोई बच्चा नहीं है, तो क्या मुख्यमंत्री शिवराज मेरे बेटे की भूमिका निभा रहे हैं। ईश्वर उन्हें सदा खुश रखे और आगे बढ़ाए।

एक गरीब किसान हवाई जहाज से तीर्थ-यात्रा की सोच भी नहीं सकता।

तीर्थ-यात्री उमेश सिंह नागर उम्र 72 वर्ष ग्राम हर्राखेड़ा बैरसिया ने कहा कि मेरे जैसा साधारण किसान यह सोच भी नहीं सकता था कि कभी हवाई जहाज में बैठकर तीर्थ-यात्रा करूँगा। जब जनपद कार्यालय से फोन आया कि आपको हवाई जहाज से प्रयागराज की तीर्थ-यात्रा कराई जाएगी तो विश्वास ही नहीं हुआ। यह एक सुनहरे सपने के सच होने जैसा था। कभी सोचा नहीं था कि सरकार हवाई यात्रा करवाएगी। सरकार ने 5 वर्ष पहले जगन्नाथ पुरी की यात्रा रेल से करवाई थी। आज प्रयागराज हवाई जहाज से जा रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनके पूरे परिवार को दिल से आशीर्वाद एवं धन्यवाद देता हूं।

Facebook Comments

Related Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *