इंदौर: रहस्य के आवरण में लिपटी भय्यू महाराज की खुदकुशी की घटना से पर्दा आखिर हट ही गया और असल वजह सामने आ गई। डीआईजी हरिनारायण चारी ने समूचे मामले का खुलासा करते हुए ये साफ कर दिया कि भय्यू महाराज को उन्हीं के दो सेवादार और एक युवती ब्लैकमेल कर रहे थे। युवती उनपर शादी के लिए दबाव बना रही थी। बदनामी के डर से उन्होंने मौत को गले लगा लिया।
डीआईजी श्री मिश्रा ने प्रेस वार्ता के जरिये उन तमाम बातों का खुलासा किया जिनके चलते भय्यू महाराज को आत्महत्या के लिए मजबूर होना पड़ा। उन्होंने बताया कि युवती सहित तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भिजवा दिया गया है।
ड्राइवर के बयान से जांच को मिली दिशा।
दिसंबर 2018 में महाराज के पूर्व ड्रायवर कैलाश पाटिल को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उसने महाराज के वकील राजा बड़जात्या को धमकी देते हुए 5 करोड़ की मांग की थी। पूछताछ के दौरान उसी ने खुलासा किया था कि विनायक दुधाले और शरद देशमुख पलक नामक युवती के साथ मिलकर महाराज को ब्लैकमेल करते थे। इस खुलासे के बाद पुलिस ने महाराज के परिजनों के बयान लेने के साथ महाराज और युवती के मोबाइल का डाटा रिकवर किया तो ब्लैकमेलिंग की पुष्टि हो गई। तमाम सबूत इकठ्ठे करने के बाद पुलिस ने आरोपी युवती पलक, सेवादार विनायक और शरद को को बंदी बना लिया।
शादी का दबाव बना रही थी पलक।
महाराज को ब्लैकमेल कर लाखों रुपए युवती पलक और सेवादार विनायक व शरद ऐंठ चुके थे। आयुषी से शादी के बाद युवती ने महाराज को धमकी दी थी कि एक साल के भीतर उन्होंने आयुषी को छोड़कर उससे शादी नहीं की तो वह उनका राजफाश कर देगी।
दाती महाराज पर आरोप से हो गए थे विचलित।
बीती 11 जून को शनि के साधक दाती महाराज पर दुष्कर्म के आरोप की खबर तमाम टीवी चैंनलों पर चल रही थी।उसे देखकर उन्हें ये डर सताने लगा कि कहीं युवती पलक भी उनपर आरोप लगाकर बदनाम न कर दें। संभवतः इसी बात से वे इतने विचलित हो गए कि जिंदगी को ही अलविदा कह दिया।
बहरहाल, पुलिस ने भय्यू महाराज की आत्महत्या के मामले का खुलासा तो कर दिया पर अभी भी ऐसे कई सवाल और रहस्यों से पर्दा उठना बाकी है जो इस घटना से जुड़े हो सकते हैं।