आर्थिक संकट से ब्रिटेन को बाहर निकालने का किया वादा।
लंदन : इसे समय का फेर कहें या कुछ और, जिन अंग्रेजों ने भारत पर सैकड़ों बरस तक राज किया, आज उन्हीं अंग्रेजों के देश ब्रिटेन का नेतृत्व अब एक भारतवंशी के हाथ में आ गया है। आईटी कंपनी इन्फोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति के दामाद ऋषि सुनक ब्रिटेन के 57वें प्रधानमंत्री बन गए हैं।मंगलवार को उन्होंने प्रधानमंत्री के रूप में शपथग्रहण की। सुनक, सनातन धर्म को मानते हैं।
आर्थिक संकट से ब्रिटेन को उबारेंगे।
प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद अपने पहले संबोधन में ऋषि सुनक ने ब्रिटेन को आर्थिक संकट से उबारने का वादा किया। उन्होंने कहा कि काम शुरू हो चुका है और मैं दिन-रात इसके लिए मेहनत करूंगा।
सनातन धर्म में आस्था रखते हैं सुनक।
ऋषि सुनक के पहले संबोधन के दौरान उनके हाथ में कलावा बंधा नजर आया। ऋषि सनातन धर्म के प्रति आस्था रखते हैं। उनकी मेज पर भगवान गणेश जी की प्रतिमा भी रहती है। उन्हें कई हिंदू त्योहारों को वे हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं।
गलतियों को ठीक करेंगे।
प्रधानत्री के रूप में अपने संबोधन में ऋषि सुनक ने कहा कि ब्रिटेन आर्थिक संकट से जूझ रहा है। वे अपने देश को इस आर्थिक संकट से बाहर निकालेंगे।
ऋषि सुनक ने अपने पहले संबोधन में पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री के रूप में अविश्वसनीय उपलब्धियों के लिए बोरिस जॉनसन के हमेशा आभारी रहेंगे। उन्होंने कहा कि वह जॉनसन की गर्मजोशी और उदारता को संजोकर रखेंगे।
ऋषि सुनक ने लिज ट्रस कार्यकाल के बारे में टिप्पणी करते हुए कहा कि कुछ गलतियां हुई हैं। वे उन्हें ठीक करने का प्रयास करेंगे। उन्होंने लिज ट्रस की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह सब बदलाव लाने के लिए की गईं गलतियां है। ये गलतियां किसी बुरे इरादे से नहीं की गईं थी।
ऋषि सुनक ने कहा कि आज हम जिन चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, उन पर मैं दृढ़ता से काम करूंगा। मैं अपने शब्दों से नहीं बल्कि काम से लोगों को जोड़ूंगा। मैं लोगों को आर्थिक संकट से बचाने के लिए दिन-रात काम करूंगा।