भील समुदाय के अपमान पर माफी मांगे सीएम कमलनाथ- बीजेपी

  
Last Updated:  January 14, 2020 " 03:37 pm"

इंदौर : एमपी पीएससी की परीक्षा में आदिवासी समाज की भील जनजाति के खिलाफ आपत्तिजनक सवाल पूछे जाने के मामले में सियासत भी तेज हो गई है। कमलनाथ सरकार जहां इस मामले में बैकफुट पर नजर आ रही है, वहीं बीजेपी ने सरकार के खिलाफ हमलावर रुख अपना लिया है। मंगलवार को बीजेपी ने प्रदेशभर में जिला व सम्भाग मुख्यालयों पर राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपे। ज्ञापन के जरिये भील जनजाति को अपमानित करने के जिम्मेदार लोक सेवा आयोग के अधिकारियों को दंडित करने और सीएम कमलनाथ से सार्वजनिक रूप से माफी की मांग की गई। इंदौर में बीजेपी नेताओं ने संभागायुक्त कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपा।

भील जनजाति को किया अपमानित।

ज्ञापन देने के पूर्व बीजेपी नगर अध्यक्ष गोपी नेमा ने कहा कि बीती 12 जनवरी को पीएससी की परीक्षा में भील जनजाति को लेकर आपत्तिजनक सवाल पूछे गए। इससे भील समुदाय अपमानित महसूस कर रहा है। श्री नेमा ने कहा कि एमपी पीएससी की परीक्षा में देशभर से परीक्षार्थी शामिल होते हैं। उनके सामने आदिवासी भील जनजाति को लेकर गलत मेसेज गया। उन्होंने कहा कि भील समुदाय के लोग सीधे- साधे और कठोर मेहनती होते हैं। कुदरत के सान्निध्य में रहने वाले इस समुदाय के लोग मेहनत- मजदूरी करके अपना जीवन- यापन करते हैं। उन्हें आपराधिक बताना निंदनीय है। श्री नेमा ने कहा कि कमलनाथ सरकार आदिवासियों की हितैषी होने का ढोल पीटती है पर इस कृत्य से उसकी कथनी और करनी का अंतर उजागर हो गया है।

आजादी की लड़ाई में रहा है भील समुदाय का योगदान।

बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता उमेश शर्मा ने इस मौके पर कहा कि आजादी के आंदोलन में भील समुदाय का बड़ा योगदान रहा है। इस समुदाय को आपराधिक और शराबी बताना घोर आपत्तिजनक और निंदनीय है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने जानबूझकर भील जनजाति को अपमानित किया है।

सार्वजनिक रूप से माफी मांगे सीएम कमलनाथ।

बीजेपी नेताओं राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपते हुए पीएससी परीक्षा के प्रश्न पत्र से भील जनजाति से सम्बंधित टिप्पणी और उससे जुड़े सवाल अविलम्ब हटाने और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की। उनका कहना था कि सीएम कमलनाथ का महज ट्वीट करना काफी नहीं है। उन्हें सार्वजनिक रूप से आदिवासी समाज के घटक भील समुदाय से माफी मांगनी चाहिए। अपनी जिम्मेदारी से वे मुकर नहीं सकते।

ये नेता रहे मौजूद।

राज्यपाल के नाम ज्ञापन का वाचन पार्टी के नगर महामंत्री मुकेश राजावत ने किया। आभार पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता ने माना। इस अवसर पर विधायक महेंद्र हार्डिया, रमेश मेंदोला, मधु वर्मा, डॉ. उमा शशि शर्मा, कमल वाघेला, घनश्याम शेर, जेपी मूलचंदानी, जयंत भिसे, बालकृष्ण अरोरा, हरप्रीत बख्शी, अंजू माखीजा, पद्मा भोजे, ज्योति तोमर, मनस्वी पाटीदार सहित अन्य बीजेपी नेता व कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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