कोरोना संक्रमण काबू में नहीं आया तो उठाएंगे कड़े कदम-सीएम

  
Last Updated:  March 12, 2021 " 11:55 pm"

कोरोना संक्रमण दर में गिरावट नहीं होने पर उठाएंगे कड़े कदम।

भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना को लेकर समीक्षा बैठक की। बैठक में उन्होंने कहा कि कोरोना का संक्रमण प्रदेश में बढ़ रहा है, यह चिंता की बात है। इसे हर हाल में नियंत्रित करना है। इसके लिए सभी उपाय किए जाएं। जन जागरूकता अभियान चलाया जाए। कोरोना संक्रमण दर बढ़ती है तो सख्त कदम भी उठाए जाएंगे। भोपाल और इंदौर जिले में रविवार या सोमवार से नाईट कर्फ्यू लगाया जा सकता है। इन दोनों जिलों में बंद सभा कक्ष में होने वाले आयोजनों में क्षमता से आधे लोगों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश भी सीएम शिवराज ने दिए।

कोरोना की समीक्षा बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मौजूद थे। जिलों के प्रभारी अधिकारी, प्रमुख सचिव वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक में शामिल हुए।

जागरूकता अभियान चलाएं।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नागरिकों को कोरोना से सुरक्षा के सभी उपाय अपनाने के लिए प्रेरित किया जाए। मास्क लगाने, बार-बार साबुन से हाथ धोने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने और भीड़भाड़ से बचने, कोरोना की वैक्सीन लगवाने के लिए लोगों को प्रेरित किया जाए।

इंदौर, भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर, छिंदवाड़ा, बुरहानपुर, खरगोन, रतलाम, उज्जैन, बेतूल, सागर, रीवा और खंडवा में विशेष रूप से पुलिस, नगर निगम, नगर पालिकाओं के वाहनों से लोगों को मास्क लगाने, दो गज की दूरी रखने, सेनिटाइजर का इस्तेमाल करने तथा सतर्कता बरतने के लिए प्रेरित किया जाए। कलाकारों के माध्यम से स्थान स्थान पर प्रस्तुतियां देकर जागरूकता अभियान संचालित किए जाएं। लोगों को बताया जाए कि यदि कोरोना संक्रमण बढ़ता है तो सख्त कदम उठाए जाएंगे।
प्रदेश के अन्य जिलों में जरूरत होने पर जागरूकता अभियान चलाया जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी की बैठक बुलाकर जिले की परिस्थिति के मुताबिक सुरक्षा उपाय अपनाने के निर्देश दिए।

महाराष्ट्र की सीमा से लगे जिलों में विशेष सावधानी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर सहित महाराष्ट्र की सीमा से लगे जिलों में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए विशेष सतर्कता बरती जाए। महाराष्ट्र से विमान, ट्रेनों और बसों में आने वाले यात्रियों की थर्मल जांच की जाए और रोको-टोको अभियान के अंतर्गत मास्क और अन्य उपायों के लिए प्रेरित किया जाए। महाराष्ट्र के लिए आवागमन को सीमित करने के संबंध में भी बैठक में विचार किया गया।

दुकानों पर बरतनी होगी सावधानियां।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर सहित महाराष्ट्र की सीमा से लगे जिलों और 10 से अधिक कोरोना संक्रमण के प्रकरणों वाले जिलों में दुकानदारों को अपनी दुकान में कोरोना से बचाव के सभी सुरक्षात्मक उपाय करने होंगे। दुकान के सामने रस्सी लगाई जाए। दुकान पर आने वाले ग्राहकों के मध्य पर्याप्त दूरी रखी जाए। ग्राहकों को सैनिटाइजर का उपयोग करने और मास्क लगाने के लिए प्रेरित किया जाए। जो दुकानदार इन सुरक्षा उपायों का पालन नहीं करेंगे उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाए।

त्योहारों में मध्य प्रदेश आने वाले श्रमिकों की जांच।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा त्योहार में अन्य प्रदेशों से मध्यप्रदेश के लिए श्रमिकों का आना शुरू हो गया है। श्रमिकों की थर्मल स्क्रीनिंग की जाए और सुरक्षा उपाय अपनाए जाएं।

कोविड कमांड सेंटर सक्रिय रखें।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि अधिक कोरोना संक्रमण वाले जिलों में कोविड कमांड सेंटरों को सक्रिय रखा जाए तथा पर्याप्त चिकित्सकों की सेवाएं दी जाएं।

प्रभारी अधिकारी निगरानी रखें।

सीएम शिवराज ने निर्देश दिए कि राज्य स्तर पर कोरोना संक्रमण एवं रोकथाम के लिए नियुक्त प्रभारी अधिकारी अपने प्रभार के जिलों में सतत् संपर्क बनाकर रखें। और उचित मार्गदर्शन देते रहें।

चिकित्सा इंतजामों की ली गई जानकारी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कोरोना संक्रमण से पीड़ित मरीजों के इलाज की जानकारी ली। उन्होंने अस्पताल में भर्ती मरीजों, वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखे गए मरीजों के संबंध में जानकारी ली। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि गंभीर कोरोना मरीज की मृत्यु नहीं होने पाए। इसके लिए हरसंभव चिकित्सा उपाय किए जाएं।

कोरोना वैक्सीनेशन।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पात्र व्यक्तियों कोरोना की वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित किया जाए । पहला वैक्सीन डोज लगने के 28 दिन बाद अनिवार्य रूप से दूसरा वैक्सीन डोज लगे इस बात को सुनिश्चित किया जाए। इसके लिए संबंधित व्यक्ति को सूचित किया जाए।

सीएम शिवराज ने टीकाकरण कार्य में जनप्रतिनिधियों का पूरा सहयोग लेने के निर्देश दिए। इस जन जागरूकता अभियान चलाया जाए। अधिक वृद्ध नागरिकों को वाहन से टीकाकरण केंद्र तक लाने का इंतजाम किया जाए। टीकाकरण केंद्रों में जन सुविधाएं उपलब्ध रहें। बैठक में बताया गया कि प्रतिदिन एक लाख टीकाकरण करने के लक्ष्य को प्राप्त करने के प्रयास हो रहे हैं।

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