ग्रामीण इलाकों में निर्माणाधीन अस्पतालों को शीघ्र पूरा करने के दिए निर्देश।
सांवेर विधानसभा क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत बनाने के दिए निर्देश।
इंदौर : जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने सांवेर विधानसभा क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं में कसावट के लिए चिकित्सा विभाग के संबंधित डॉक्टरों को तलब किया।
रेसीडेंसी कोठी में कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी की उपस्थिति में उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि शासकीय अस्पतालों में आम आदमी चिकित्सा के लिए पहुंचता है, तो उन्हें पूरी सुविधाएँ मिलना चाहिए। मंत्री सिलावट ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री रहते हुए उन्होंने सांवेर विधानसभा क्षेत्र और इंदौर ज़िले में स्वास्थ्य सेवा के उन्नयन के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य स्वीकृत कराए थे। इन सभी का फ़ायदा इंदौर के विशेषकर ग्रामीण अंचल के नागरिकों को मिलना चाहिए। बैठक में एमजीएम मेडिकल कॉलेज के डॉ. सुमित शुक्ला, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एस सैत्या, डॉ. अमित मालाकार, एसडीएम रविश श्रीवास्तव, शाश्वत शर्मा, अक्षय सिंह मरकाम, विशाखा देशमुख विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आनेवाले सभी तहसीलदार, नायब तहसीलदार एवं चिकित्सक गण उपस्थित थे।
मंत्री तुलसी सिलावट ने सांवेर विधानसभा क्षेत्र के तहत स्वास्थ्य केंद्रों के निर्माण कार्यों की एक-एक कर अद्यतन स्थिति की जानकारी ली। सभी निर्माण कार्य उन्होंने ग्रीष्मकाल की समाप्ति के पूर्व पूर्ण करने के निर्देश दिए।
बैठक में बताया गया कि खुडैल और कदवाली बुजुर्ग के अस्पतालों का निर्माण 30 अप्रैल तक पूर्ण हो जाएगा। मंत्री सिलावट ने ज़िंदाखेड़ा के निर्माणाधीन अस्पताल के कार्य के प्रति असंतोष जताया और शीघ्र ही ध्यान देने के निर्देश दिए। बैठक में क्षिप्रा में अस्पताल को अच्छी तरह संचालित करने पर यहाँ नियुक्त डॉक्टरों की सराहना की। यहाँ एक किलोमीटर के एप्रोच रोड सुधारने के निर्देश लोक निर्माण विभाग को दिए गए। मंत्री सिलावट ने सांवेर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के बारे में विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने कहा कि यहाँ प्रत्येक समय डॉक्टरों की उपस्थिति सुनिश्चित रहनी चाहिए और जो कार्य अधूरे हैं उन्हें पूरा कराया जाए। अस्पताल में साफ़-सफ़ाई की भी बेहतर व्यवस्था होनी चाहिए। मंत्री सिलावट ने सांवेर एसडीएम रविश श्रीवास्तव से स्वयं अस्पताल की निगरानी करने के लिए कहा।
मंत्री सिलावट ने कहा कि कनाड़िया में अस्पताल और तहसील भवन का निर्माण एक बड़ी उपलब्धि है। इसका गुणवत्तापूर्ण निर्माण किया जाए। लोकार्पण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी शामिल होंगे। बैठक में गारी पिपलिया में अस्पताल निर्माण के लिए भूमि की समस्या सुलझाने के निर्देश एसडीएम को दिए गए।
बैठक में बताया गया कि सांवेर क्षेत्र के उप स्वास्थ्य केन्द्र खुडेल के निर्माण कार्य के लिए 30.24 लाख रूपये स्वीकृत किए गए हैं। इसी प्रकार उप स्वास्थ्य केन्द्र कदवाली बुजुर्ग, उप स्वास्थ्य केन्द्र बुरानाखेड़ी, उप स्वास्थ्य केन्द्र गारी पिपलिया, उप स्वास्थ्य केन्द्र जिन्दाखेड़ा के लिए बड़ी राशि स्वीकृत की गई है। बिस्तरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र गढी के उन्नयन एवं निर्माण के लिए 184.71 लाख रूपए, उप स्वास्थ्य केन्द्र असरावद बुजुर्ग के उन्नयन एवं निर्माण के लिए 49.14 लाख रूपए स्वीकृत किए गए हैं।इसी तरह उप स्वास्थ्य केन्द्र हिंडोलिया के उन्नयन एवं निर्माण कार्य के लिए 42.38 लाख रूपये, सांवेर में 50 बिस्तरीय अस्पताल भवन के निर्माण कार्य के लिए 500 लाख रूपये, उप स्वास्थ्य केन्द्र मांगलिया के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में उन्नयन एवं निर्माण कार्य के लिये 131.96 लाख रूपए तथा 6 बिस्तरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र कनाड़िया के 30 बिस्तरीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भवन उन्नयन एवं निर्माण के लिए 1000 लाख रूपए स्वीकृत किए गए हैं।
बैठक में बताया गया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, सांवेर को 50 बिस्तरीय सिविल अस्पताल में उन्नयन कर 70 बेड का किया गया है। (लागत 5 करोड़ 50 लाख) जिसमें एम.डी., एमएस आर्थोपेडिक, आई डॉक्टर्स, जनरल फिजिशियन, ऑफिस स्टॉफ, वार्ड बाय, सफाई कर्मियों और चौकीदार की आवश्यकता है। डॉक्टर्स के लिए प्रस्ताव भेजे जाएं एवं अन्य स्टाफ के लिए आउटसोर्स से व्यवस्था हो।
मंत्री सिलावट ने कहा कि उन्हें जानकारी मिली है कि सिविल हॉस्पिटल में डाक्टरों द्वारा नियमित रूप से ड्यूटी नहीं की जाती है, जिसके कारण प्रतिदिन मरीज परेशान हो रहे हैं। डॉक्टर का ड्यूटी रोस्टर बनाया जाए। रोगी कल्याण समिति का गठन कर चिकित्सालय को सुचारू रूप से संचालित किया जा सकता है। उन्होंने हॉस्पिटल के विभिन्न निर्माण कार्यों में तेजी लाने हेतु निर्देश दिए। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र कनाड़िया का 50 बिस्तरीय सिविल अस्पताल में उन्नयन करने हेतु तेजी से काम करवाने के निर्देश दिए गए। इसके लिए 10 करोड़ रुपए स्वीकृत किए हैं।
इसीतरह उपस्वास्थ्य केन्द्र मांगलिया का 30 बिस्तरीय एवं गढ़ी का 06 बिस्तरीय उपस्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में उन्नयन कर (लागत 3 करोड 15 लाख) निर्माण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए गए।
बैठक में बताया गया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र कम्पेल का उन्नयन कर 30 बिस्तरीय सामुदायिक स्वा. केन्द्र की स्वीकृति ( लागत 13 करोड 15 लाख रूपये) मिल गई है।इसके लिए 3 बीघा जमीन की आवश्यकता है। पर्याप्त शासकीय जमीन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए। मांगलिया में साढ़े छ करोड की लागत से आयुष हॉस्पिटल और तलावली चांदा में साढ़े 6 करोड की लागत से प्रदेश की पहली फूड एवं ड्रग लेब का निर्माण हो रहा है, उसका निर्माण कार्य शीघ्र पूर्ण किये जाने के निर्देश दिए गए।
लगभग 02 करोड़ की लागत से 05 आयुष औषधालयों के निर्माण की स्वीकृति कराई गई है। निर्माण कार्य में तेजी लाने हेतु निर्देश दिए गए। सांवेर सिविल अस्पताल कैंपस में राशि 50 लाख रूपये की लागत से सर्वसुविधायुक्त पैथालॉजी लैब(ब्लॉक पब्लिक हेल्थ यूनिट) की स्थापना की गई। कार्य प्रारंभ करने के निर्देश दिये गये।
विधानसभा क्षेत्र सांवेर के अंतर्गत आने वाले लगभग 47 उपस्वास्थ्य केन्द्रों के मरम्मत एवं नवीन भवन निर्माण कर आवश्यक सामान्य स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए गए।