उज्जैन : श्रावण माह के मद्देनजर कलेक्टर आशीष सिंह की अध्यक्षता में महाकाल मंदिर प्रबन्ध समिति की बैठक आहूत की गई। बैठक में सर्वानुमति से तय किया गया की श्रावण माह में महाकाल मंदिर से निकलने वाली शाही सवारी परंपरागत मार्ग से नहीं निकलेगी । सवारी के लिए नया मार्ग निर्धारित किया गया ।
सवारी में भजन मंडलियां नहीं होंगी शामिल।
बैठक में तय किया गया कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए महाकाल की सवारी में आम श्रद्धालुओं के साथ भजन मंडलियां भी शामिल नहीं हो पाएंगी। श्रद्धालु टीवी और ऑनलाइन महाकाल की सवारी देखने का लुत्फ उठा सकेंगे।
प्रतिदिन 10 हजार श्रद्धालु कर सकेंगे दर्शन।
श्रावण माह के दौरान महाकाल मंदिर में सुबह 5,30 से रात 9 बजे तक श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे। इस दौरान प्रतिदिन 10 हजार श्रद्धालु दर्शन कर पाएंगे।
नागपंचमी पर भी ऑनलाइन होंगे दर्शन।
श्रावण माह में नाग पंचमी पर नागचंद्रेश्वर मंदिर में भी श्रद्धालुओं को प्रवेश नहीं मिलेगा। श्राद्धालुओं के लिए ऑनलाइन दर्शन का इंतजाम किया गया है। यह मंदिर वर्ष में एक बार खुलता है जिसमें हर वर्ष देश भर से दो लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शनलाभ लेने आते हैं। इस वर्ष श्रावण महोत्सव भी नहीं मनाया जाएगा ।