इंदौर : मोबाइल शोरूम पर डकैती की योजना बना रहे 6 बदमाश, विजय नगर पुलिस की गिरफ्त में आ गए हैं। पकड़े गए आरोपी हाल ही जेल से छूटे थे। बाहर आते ही महिलाओं से पर्स व चेन लूट की वारदातों को अंजाम देने लगे थे।
सत्य साईं चौराहे के पास से पकड़े गए बदमाश।
विजयनगर पुलिस को जानकारी मिली थी कि सत्य साईं चौराहे के पास खाली प्लॉट पर कुछ संदेही युवक खड़े हैं। यह लोग किसी वारदात की योजना बना रहे हैं। इस जानकारी पर थाना प्रभारी विजयनगर ने दो पुलिस टीमें बनाई। पुलिस टीम ने घेराबंदी कर मौके से साहिल उर्फ पुरूषोत्तम पिता मुन्ना संधवाने उम्र 18 साल निवासी भवानी नगर बाणगंगा, साहिल अली उर्फ इमाम हुसैन पिता मोहम्मद रफीक उम्र 18 साल निवासी भवानी नगर सांवेर रोड, जाबीर पिता जाकिर खान उम्र 18 साल निवासी साउथ गाडराखेडी, निखिल उर्फ लक्की पिता महेश श्रीवास उम्र 24 साल निवासी प्रकाशचन्द्र सेठी नगर, प्रवीण उर्फ छोटू उर्फ पांगा पिता धर्मेन्द्र श्रीवास उम्र 21 साल निवासी प्रकाशचन्द्र सेठी नगर और हर्ष उर्फ गोपी काले पिता प्रकाशचन्द्र काले उम्र 20 साल निवासी सेठी सम्बध नगर भमौरी को गिरफ्तार किया।
विजय नगर थाने लाकर बदमाशों से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि यह लोग सत्य साईं चौराहा स्थित वनप्लस मोबाइल के शोरूम पर डकैती डालने की योजना बना रहे थे। कुछ समय पहले विजय नगर पुलिस ने आरोपी हर्ष, प्रवीण को गिरफ्तार किया था। जेल से जमानत के लिए रुपए की जरूरत थी। उनके परिवार ने कर्ज लेकर जमानत कारवाई थी। जमानत मिलने पर 15 दिन पहले ही यह लोग बाहर आए थे। कर्ज का पैसा लौटाने के लिए यह आरोपी वारदात करने लगे।
महिलाओं से छीनते थे मोबाइल और पर्स।
पूछताछ में पता चला कि ये बदमाश विजय नगर, एमआईजी, बाणगंगा, हीरा नगर व परदेशीपुरा थाना क्षेत्रों के इलाके में सुनसान सड़क पर पैदल और गाड़ी पर जाने वाली महिलाओं व युवतियों से पर्स और मोबाइल छीन लेते थे। उन्होंने करीब एक दर्जन वारदातें कबूल की हैं। आरोपियों से मोबाइल, पर्स और चोरी की तीन मोटरसायकल मिली हैं, जिनसे यह वारदात करते थे। आरोपियों ने उज्जैन में भी लूट की वारदात करना बताया है। इस बारे में उज्जैन पुलिस को भी जानकारी दी गई है। सभी आरोपियों से पुलिस पूछताछ कर रही है।
पुलिस को दिया धन्यवाद।
एक पीड़ित युवती ने अपना पर्स लूटने की शिकायत विजयनगर पुलिस को की थी। युवती की मां का अस्पताल में इलाज चल रहा था। अस्पताल से घर लौटते समय लूट की वारदात हुई थी। उसके पास में आयुष्मान कार्ड रहा था जिसके जरिए उसकी मां का इलाज चल रहा था। कार्ड नहीं होने कारण उसे परेशानी उठाना पड़ रही थी। इसी के चलते वह काफी परेशान थी। विजय नगर पुलिस की त्वरित कार्रवाई के चलते पर्स मिल गया, जिसमें उसका कार्ड भी था। यह जानकारी मिलने पर युवती ने थाने पहुंचकर आरक्षक धर्मेंद्र निलेश और पूरी टीम को धन्यवाद दिया।