ग्वालियर एयरपोर्ट के नए टर्मिनल भवन का प्रधानमंत्री मोदी ने किया वर्चुअल लोकार्पण

  
Last Updated:  March 10, 2024 " 09:09 pm"

9 हजार 811 करोड़ लागत की देश की 14 अन्य हवाई अड्डा परियोजनाओं का भी उदघाटन व शिलान्यास किया।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 30 हजार 551 श्रमिक परिवारों के खातों में 678 करोड़ रुपए सिंगल क्लिक से जारी किए।

श्रमिकों को दिव्यांगता और मृत्यु के आधार पर मिलने वाली सहायता को बढ़ाकर 4 लाख रुपए किया गया।

अकुशल,अर्द्धकुशल और खेतिहर मजूदरों की मजदूरी में की गई वृद्धि।

पार्ट टाइम मजदूरी करने वालों को संबल योजना से जोड़ा जाएगा।

उज्जैन, रीवा,सतना, दतिया,गुना और शिवपुरी में भी बनेंगे एयर पोर्ट: केंद्रीय मंत्री सिंधिया ।

इंदौर : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि 16 माह में एयरपोर्ट के नए टर्मिनल भवन का निर्माण पूर्ण कर ग्वालियर ने देश में द्रुत गति से कार्य का उदाहरण प्रस्तुत किया है। यह देश में तेज गति से हो रहे विकास का प्रतीक है। हमारी सरकार देश के सभी परिवारजनों के जीवन को आसान बनाने के लिए दिन-रात कार्य कर रही है। सामान्यजन के लिए विमान यात्रा को अधिक सहज एवं सुलभ बनाने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। हवाई सेवाओं का विस्तार छोटे शहरों तक हो रहा है, इससे औद्योगिक और व्यापारिक गतिविधियों में तेजी आएगी। प्रधानमंत्री मोदी आजमगढ़ उत्तरप्रदेश से देश की विभिन्न परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास समारोह को वर्चुअली संबोधित कर रहे थे। प्रधानमंत्री मोदी ने वीडियों कान्फ्रेंसिंग से राजमाता विजयाराजे सिंधिया ग्वालियर एयरपोर्ट के नये टर्मिनल भवन का भी लोकार्पण किया। प्रधानमंत्री मोदी ने 9 हजार 811 करोड़ रुपए लागत की देश की 14 अन्य हवाई अड्डा परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास भी किया।

राजमाता विजयाराजे सिंधिया की प्रतिमा का अनावरण।

ग्वालियर एयर पोर्ट पर आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, केन्द्रीय नागरिक उड्डयन व इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री ऐदलसिंह कंसाना उपस्थित रहे। कार्यक्रम में राजमाता विजयाराजे सिंधिया की भव्य प्रतिमा का अनावरण कर पुष्पांजलि अर्पित की गई। इस मौके पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने संतों का सम्मान भी किया।

विकास की अनंत यात्रा का अभियान जारी है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वर्तमान समय में एक ही स्थान से देश में अलग-अलग स्थानों पर स्थित संस्थानों एवं सुविधाओं का शुभारंभ किया जा रहा है, जो दर्शाता है कि हमारी प्रतिबद्धता घोषणाओं और शिलान्यासों तक सीमित नहीं हैं, हम विकास को धरातल पर उतारने में विश्वास रखते हैं। इसी के लिए निरंतर कार्यरत हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश में विकास की अनंत यात्रा का अभियान जारी है। वर्ष 2047 तक देश को विकसित भारत बनाने के लिए हम तेज गति से दौड़ रहे हैं। एयरपोर्ट, हाई-वे और रेलवे जैसी अधोसंरचना के साथ-साथ पढ़ाई, पानी और पर्यावरण से जुड़े कार्यों को भी नई गति मिली है। देश में तेजी से हो रहे नगरीकरण के लिए टीयर-टू व टीयर-थ्री शहरों में आधुनिक अधोसंरचना का विस्तार किया जा रहा है, यही डबल इंजन सरकार का मूल मंत्र है। बढ़ती कनेक्टिविटी से हम युवाओं के लिए सुनहरा भविष्य लिखने जा रहे हैं। सही नीयत और ईमानदारी से काम के परिणाम स्वरूप ही विकास को गति और विस्तार मिलता है।

श्रमिकों को ई-स्कूटर खरीदने के लिए 40 हजार रुपए की मदद दी जाएगी।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने ग्वालियर एयरपोर्ट पर कार्यक्रम में मुख्यमंत्री जन कल्याण संबल योजना 2.0 के अंतर्गत 30 हजार 551 श्रमिक परिवारों के खातों में 678 करोड़ रुपए की राशि सिंगल क्लिक से जारी की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने श्रमिकों को दिव्यांगता और मृत्यु के आधार पर मिलने वाली एक लाख रुपए की सहायता को 4 लाख रुपए करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि श्रमिकों के हर दुःख में हमारी सरकार उनके साथ है। श्रमिकों को ई-स्कूटर खरीदने के लिए 40 हजार रुपए की मदद दी जाएगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कार्यक्रम में मजदूर भाई-बहन के हित में अकुशल श्रमिकों की मजदूरी बढ़ाकर 11 हजार 450 रुपए, अर्धकुशल श्रमिकों की मजदूरी 12 हजार 446 रुपए, खेतिहर मजदूरों की मजदूरी 9 हजार 160 रुपए करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि पार्ट टाइम मजदूरी करने वालों को संबल योजना से जोड़कर लाभान्वित किया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार गरीब से गरीब व्यक्ति के जीवन में बदलाव ला रही है।

प्रदेश में विमान सेवा विस्तार के लिए केंद्रीय मंत्री सिंधिया का माना आभार।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में नए युग का बदलता भारत, विकास के नए प्रतिमान गढ़ रहा है। प्रधानमंत्री मोदी हवाई सेवाओं को हवाई चप्पल पहनने वाले की पहुंच में लाने के लिए प्रयासरत हैं। आज का दिन अनेक कारणों से महत्वपूर्ण है। उन्होंने उज्जैन एयरपोर्ट की घोषणा के लिए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का आभार माना।मुख्यमंत्री डॉ. ने कहा कि प्रदेश में विकास का क्रम निरंतर जारी रहेगा।

ग्वालियर क्षेत्र शौर्य के साथ प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है।

मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने कहा कि सिंधिया परिवार ग्वालियर-चंबल सहित उज्जैन के विकास को समर्पित रहा है। महाकाल मंदिर के संरक्षण में महादजी सिंधिया के योगदान का उल्लेख करते हुए उन्होंने भारतीय संस्कृति और मूल्यों के संरक्षण में ग्वालियर घराने की भूमिका का स्मरण किया। डॉ. यादव ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक से दुश्मन को धूल चटाने वाले विमानों ने भी उड़ान ग्वालियर से ही भरी थी। ग्वालियर क्षेत्र शौर्य के साथ ही प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है।

15 हवाई अड्डों के एक साथ लोकार्पण ने आज का दिन ऐतिहासिक बनाया: केंद्रीय मंत्री सिंधिया।

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा एक साथ 15 हवाई अड्डों के लोकार्पण और शिलान्यास ने भारतीय विमानन के क्षेत्र में आज के दिन को ऐतिहासिक बना दिया है।ग्वालियर के हवाई अड्डे को मात्र 16 महीने में तैयार कर लोकार्पण भी ऐतिहासिक उपलब्धि है। यह क्षेत्रीय आकांक्षाओं के साथ प्रधानमंत्री मोदी की प्रतिबद्धता और प्राथमिकता का प्रत्यक्ष प्रमाण है। इन विमानन परियोजनाओं से यात्री सुगमता में नया अध्याय जुड़ा है। ये परियोजनाएं न केवल देश के कोने-कोने को जोड़ेंगी अपितु देश के सभी भागों को विकसित करने में भी सहायक होंगी।

प्रदेश में होंगे अब 10 एयर पोर्ट।

केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि देश के साथ प्रदेश में भी हवाई सेवा का विस्तार किया जा रहा है। ग्वालियर की एयर कनेक्टिविटी देश के प्रमुख शहरों से सुनिश्चित की गई है। ग्वालियर एयरपोर्ट का विस्तार 144 एकड़ भूमि पर किया गया है। यह मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट है। जबलपुर में एक लाख स्क्वेयर फीट के विमान तल का शुभारंभ हो रहा है। प्रदेश में रीवा,सतना और दतिया में भी एयर पोर्ट बनने जा रहे हैं। उज्जैन,गुना और शिवपुरी में भी हवाई सेवा का विस्तार नकिया जाएगा। प्रदेश में अब 10 एयरपोर्ट बन जाएंगे। प्रदेश में अब प्रति सप्ताह एक हजार विमानों का आवागमन हो रहा है।

देश में नागर विमानन अधोसरंचना और सेवा का निरंतर विस्तार हो रहा है।

केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि प्रधानंत्री मोदी के नेतृत्व में देश में नागर विमानन की अधोसंरचना और सेवा को बढ़ावा देने के लिए अभूतपूर्व कदम उठाए गए हैं। इसी का परिणाम है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महाराष्ट्र में कोल्हापुर और पुणे, मध्यप्रदेश में जबलपुर और ग्वालियर, उत्तरप्रदेश के छह हवाई अड्डों क्रमश: लखनऊ, आज़मगढ़, अलीगढ़, मुरादाबाद, श्रावस्ती और चित्रकूट एवं नई दिल्ली में नए टी-1 टर्मिनल और पंजाब में आदमपुर हवाई अड्डों का उदघाटन कर रहे हैं। कर्नाटक में बेलगावी व हुबली और आंध्रप्रदेश में कड़प्पा हवाई अड्डों पर नए टर्मिनल भवनों की आधारशिला भी रखी जा रही है। कार्यक्रम को विधानसभाध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने भी संबोधित किया।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने 31 करोड़ 62 लाख के 257 विकास कार्यों का किया लोकार्पण।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने 31 करोड़ 62 लाख के 257 विकास कार्यों का लोकार्पण भी किया। कार्यक्रम में मंत्री प्रधुम्न सिंह तोमर, मंत्री नारायण सिंह कुशवाह, सांसद ग्वालियर विवेक नारायण शेजवलकर, विधायक मोहन सिंह राठौड़, पूर्व मंत्री व सांसद अनूप मिश्रा, पूर्व मंत्री व सांसद जयभान सिंह पवैया, पूर्व मंत्री माया सिंह, पूर्व मंत्री भारत सिंह कुशवाह, पूर्व मंत्री श्रीमती इमरती देवी, महापौर ग्वालियर श्रीमती शोभा सतीश सिकरवार, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती दुर्गेश कुंवर सिंह, जिला अध्यक्ष अभय चौधरी एवं कौशल शर्मा उपस्थित थे।

ग्वालियर के नए टर्मिनल भवन में क्षेत्र की संस्कृति, ऐतिहासिक वैभव और वास्तुकला की झलक दिखाई देती है।

बता दें कि देश के नागर विमानन इतिहास में सबसे कम समय में राजमाता विजयाराजे सिंधिया हवाई अड्डा ग्वालियर का नया टर्मिनल भवन बनकर तैयार हुआ है। इसमें ग्वालियर के सांस्कृतिक व ऐतिहासिक वैभव एवं वास्तुकला की झलक दिखाई देती है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा 498 करोड़ 50 लाख रूपए की लागत से इस नए टर्मिनल भवन का कार्य पूर्ण किया गया है। अत्याधुनिक उड्डयन सेवाओं से सुसज्जित यह टर्मिनल अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सुविधाओं से परिपूर्ण हैं। लगभग 20 हजार 230 वर्ग मीटर क्षेत्र में स्थापित यह टर्मिनल भवन एक साथ 1400 यात्रियों को सुविधायें देने में सक्षम है। इसमें 16 चैक इन काउण्टर्स, 4 लिफ्ट, 4 पेसेंजर ब्रिज, 6 एक्सरे मशीन, 3 एस्केलेटर एवं 700 वाहनों की पार्किंग क्षमता विकसित की गई है। हवाई अड्डे पर बुनियादी ढाँचे के निर्माण के अलावा ग्वालियर को अधिक से अधिक शहरों से जोड़ने की क्षमता विकसित की गई है। वर्तमान में ग्वालियर से अहमदाबाद, बैंगलोर, दिल्ली, हैदराबाद, इंदौर, मुम्बई एवं अयोध्या के लिए हवाई उड़ानें उपलब्ध हैं।

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