प्रयागराज में रूटीन चेकअप के लिए अस्पताल ले जाते समय बाइक सवार बदमाशों ने दिया वारदात को अंजाम।
हमलावर गिरफ्तार, समूचे प्रयागराज में हाईअलर्ट घोषित।
इंटर नेट सेवाएं की गई बंद।
प्रयागराज : पुलिस कस्टडी में मेडिकल जांच के लिए शनिवार देर रात प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल ले जाते समय माफिया डॉन अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की मेडिकल कॉलेज के पास बाइक सवार बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी। कड़ी पुलिस सुरक्षा के बावजूद हुए इस हत्याकांड से हड़कंप मच गया। मौके पर भारी फोर्स के साथ-साथ कई वरिष्ठ अफसर पहुंच गए। बताया जाता है कि माफिया डॉन अतीक अहमद के लाइव कवरेज के लिए मीडिया का भारी जमावड़ा वहां लगा हुआ था। मीडिया के कैमरों के सामने ही बदमाशों ने इस हत्याकांड को अंजाम दे दिया। गोलीबारी में एक सिपाही के भी घायल होने की खबर है। हमलावरों को मौके से पकड़ लिया गया।
रूटीन चेकअप के लिए ले जा रहे थे अस्पताल।
बताया जाता है कि उमेश पाल हत्याकांड में माफिया डॉन अतीक और उसके भाई अशरफ को चार दिन की पुलिस कस्टडी में लिया गया था। शनिवार को तीसरे दिन धूमनगंज थाने के लॉकअप में बंद अतीक व अशरफ से एटीएस ने हथियार तस्करी के बारे में पूछताछ की थी। पूछताछ के बाद रात लगभग साढ़े दस बजे दोनों को रूटीन मेडिकल चेकअप के लिए कॉल्विन अस्पताल ले जाया जा रहा था। उसी दौरान बदमाश बाइक से आए और ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। सिर में गोलियां लगने से माफिया अतीक व अशरफ ललूलुहान होकर गिर पड़े। दोनों को तत्काल समीप के अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस को मौके से दो पिस्टल व छह खोखे मिले हैं।
हमलावर गिरफ्तार, हाईअलर्ट जारी।
घटना के बाद प्रयागराज में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। इंटरनेट सेवाएं बंद करने के साथ धारा 144 लागू कर दी गई है। हमलावरों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने पुरानी रंजिश के चलते घटना को अंजाम दिया।
बता दें कि उमेश पाल अपहरण कांड में एमपीएमएलए अदालत ने अतीक अहमद को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। अतीक अहमद पर सौ से अधिक मुकदमें चल रहे शवों को मेडिकल कॉलेज ले जाया गया है।
घटना की होगी उच्चस्तरीय जांच।
अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बाद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लिया। सीएम योगी ने तुरंत उच्च स्तरीय बैठक बुलाई और पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए। उन्होंने मामले में तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग (न्यायिक जांच आयोग) के गठन के भी निर्देश जारी किए हैं। 17 पुलिस कर्मियों को निलंबित किए जाने की भी सूचना है।