इंदौर : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरु नानक जयंती के अवसर पर सीएम निवास स्थित सभागार में गुरु नानक देव जी के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया । बाद में
मुख्यमंत्री चौहान हमीदिया रोड स्थित गुरूद्वारे में पहुंचे और मत्था टेक कर प्रदेश की खुशहाली, शांति, भाईचारे, प्रदेश की प्रगति और विकास के लिए अरदास की।
मुख्यमंत्री चौहान सदैव “चढ़दी कला में” रहे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का गुरूद्वारे में “जी आयाँ नूँ” बोलकर कर स्वागत किया गया। गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से यह अरदास की गई कि मुख्यमंत्री चौहान सदैव “चढ़दी कला में” रहे और मानवता की ऐसे ही सेवा करते रहें।
गुरू नानक जी ने दिया स्त्री और पुरुष समानता का संदेश।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व की “लख-लख बधाइयाँ” देते हुए कहा कि “एक नूर से सब जग उपजा” का वाक्य, कोई भेदभाव नहीं, कोई जाति नहीं, कोई बड़ा नहीं और कोई छोटा नहीं का संदेश देता है। गुरू नानक जी ने यह भी कहा था कि स्त्री और पुरुष बराबर हैं। माताओं-बहनों का आदर करो। मुख्यमंत्री चौहान ने इस बात पर प्रसन्नता जताई कि गुरूद्वारे प्रबंधक कमेटी की सचिव एक महिला हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने गुरू नानक देव जी के चरणों में प्रणाम करते हुए प्रदेश, देश और पूरी दुनिया में सुख-समृद्धि, रिद्धि-सिद्धि की कामना की।
ईश्वर मुझे इतनी शक्ति दे कि मैं सही तरीके से बेहतर सेवा कर सकूँ।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि राज्य का सेवक होने के नाते मैं गुरूद्वारे में यही प्रार्थना करने आया हूँ कि ईश्वर मुझे इतनी शक्ति दे, कि मैं सबकी सही तरीके से बेहतर सेवा कर सकूँ। यह हमारा सौभाग्य है कि गुरूनानक जी भोपाल भी पधारे थे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि गुरूद्वारा टेकरी साहब की लीज के संबंध में आवश्यक व्यवस्था की जाएगी। मुख्यमंत्री चौहान ने इस मौके पर कड़ा प्रसाद भी ग्रहण किया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को गुरूद्वारे की ओर से शॉल व प्रतीक चिन्ह भेंट किए गए।