योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण समारोह में समाजवादी पार्टी के संरक्षक और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुलाकात और दोनों के बीच बातचीत ने मीडिया में काफी सुर्खियां बटोरी. दरअसल रविवार को उखनऊ के स्मृति उपवन में उत्तर प्रदेश के नये मुख्यमंत्री और कैबिनेट मंत्रियों ने पद एवं गोपनियता की शपथ ली.
इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह, लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी और समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव मंच पर मौजूद थे. शपथ ग्रहण के ठीक पांच मिनट पहले प्रधानमंत्री मोदी मंच पर पहुंचे. मोदी के पहुंचते ही सभी नेता अपनी जगह पर खड़े हो गये और पीएम का स्वागत किया गया. लेकिन इसी दौरान मुलायम सिंह प्रधानमंत्री मोदी के साथ गर्मजोशी के साथ मिले. मुलायम सिंह ने मोदी के कान में कुछ बातें कहीं. इसके बाद मोदी अखिलेश की ओर मुडते हैं और उनकी पीठ पर अपना हाथ रखते हैं.
मंच पर यह दृश्य लोगों को काफी अटपटा लगा. क्योंकि मोदी और अखिलेश को रैली के दौरान एक-दूसरे पर हमला करते हुए देख गया था और अब दोनों को एकसाथ इस रूप में देखकर लोगों को आश्चर्य हुआ. कल तक यह साफ नहीं हो पाया था कि आखिर मुलायम सिंह ने मोदी के कान में क्या कहा था. लेकिन आज एक अंग्रेजी अखबार द टेलिग्राफ ने इस राज पर से पर्दा उठा दिया है. अंग्रेजी दैनिक के हवाले से खबर है कि मुलायम सिंह यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अखिलेश यादव का ख्याल रखने के लिए आग्रह किया था. इसपर मोदी ने अखिलेश यादव के साथ हाथ मिलाया और उनकी पीठ पर अपना हाथ फेरा. अखिलेश यादव भी उस समय काफी खुश नजर आये.
योगी के शपथ ग्रहण में रविवार को कुछ ऐसा नजारा देखने को मिला जो अक्सर राजनीतिक गलियारों में देखने को नहीं मिलता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्मृति उपवन पहुंचने से पहले मुलायम सिंह और अखिलेश यादव मंच पर पहुंचे. दोनों ही पिता-पुत्र का भाजपा नेताओं ने गर्मजोशी से स्वागत किया.
लेकिन मंच पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसे ही पहुंचे मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव दोनों पीएम का स्वागत किया. मोदी जी भी दोनों के पास गये और उनका अभिवादन स्विकार किया. उसी दौरान मुलायम सिंह यादव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कानों में कुछ बुदबुदाया. जिसे देखकर लोग हैरान रह गये. मुलायम के कानों में कुछ कहने के बाद मोदी भी सहमती में अपना सिर हिलाया. इसके बाद मोदी ने अखिलेश यादव से हाथ मिलाया और उनका पीठ भी थपथपाया. मोदी,मुलायम और अखिलेश को एक-साथ ऐसे देखकर कभी लगा ही नहीं कि वही मोदी और सपा के नेता हैं जो चुनावी रैलियों में एक दूसरे के खिलाफ आग उगलते थे.