मोहन वर्मा की कृति ‘समय के साथ’ और ‘शब्द- शब्द उम्मीद’ का विमोचन

  
Last Updated:  February 21, 2022 " 06:29 pm"

देवास : मोहन वर्मा बीते चार से अधिक दशकों से लेखन और सामाजिक क्षेत्र में सक्रिय हैं । इन वर्षों में वे लगातार पढ़ते लिखते और जीवन संघर्षों के बीच अपने लेखन को धार देते रहे हैं। इन संघर्षों और अनुभवों से उपजे उनके लेखन का प्रतिफल है उनकी नई दोनों किताबें। विभिन्न वैचारिक विषयों पर पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित उनके आलेखों के संकलन “समय के साथ” की बात करें या कविता,गीत ग़ज़ल की पुस्तक “शब्द शब्द उम्मीद” की, ये परिपक्व लेखन के दस्तावेज हैं ।
ये बात वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. प्रकाश कांत और जीवनसिंह ठाकुर ने मोहन वर्मा की पुस्तकों के विमोचन कार्यक्रम में कही। कार्यक्रम रविवार को वरिष्ठ नागरिक सभागृह देवास में आयोजित किया गया था। कार्यक्रम में साहित्यकार डॉ. कांत व श्री ठाकुर के साथ निगम आयुक्त विशालसिंह चौहान,स्टेट प्रेस क्लब, मप्र के अध्यक्ष प्रवीण कुमार खारीवाल, इन्दौर प्रेस क्लब के महासचिव हेमंत शर्मा, साहित्यकार समीरा नइम तथा देवास प्रेस क्लब अध्यक्ष अतुल बागलीकर उपस्थित थे ।
अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन और माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण के बाद अतिथियों का स्वागत आलेख वर्मा,सोनम राजौरा,रचना वर्मा,अश्विन उचिल,अशोक वर्मा और अनमोल उचिल ने किया । स्वागत के बाद अतिथियों ने लेखक मोहन वर्मा की पुस्तक समय के साथ तथा शब्द शब्द उम्मीद का विमोचन किया।
समीरा नइम ने मोहन वर्मा की लेखन यात्रा पर प्रकाश डालते हुए कुछ प्रतिनिधि रचनाओं का उल्लेख किया।

विसंगतियों पर चोट करने वाला साहित्य।

इंदौर प्रेस क्लब के महासचिव हेमंत शर्मा ने मोहन वर्मा की पत्रकारीय दृष्टि और आलेखों का ज़िक्र करते हुए कहा कि वर्मा का लेखन अपने समय की विसंगतियों पर चोट करते हुए भी हमेशा सकारात्मक नज़र आता है।

निराशा में उम्मीद जगाती हैं वर्मा की कविताएं।

स्टेट प्रेस क्लब के अध्यक्ष प्रवीण खारीवाल ने कहा कि पुस्तक में संकलित लेख वाकई समय के साथ हैं तो कविताएं निराशा के समय में उम्मीद की बात करती हैं।

सामाजिक कार्यों से भी जुड़े हैं वर्मा।

देवास प्रेस क्लब अध्यक्ष अतुल बागलीकर ने भी वर्मा के लेखन और सामाजिक कामों की प्रशंसा करते हुए उन्हें शुभकामनाएँ दी।

सक्रिय लेखक और संवेदनशील इंसान हैं वर्मा।

देवास के निगम आयुक्त विशालसिंह चौहान ने कहा कि मैं मोहन वर्मा को एक पत्रकार और लेखक के साथ साथ एक
संवेदनशील इंसान के रूप में जानता हूँ, जो कोरोनाकाल से लेकर लगातार समाज के जरूरतमन्दों के लिए सक्रिय हैं।चौहान ने इस अवसर पर वर्मा को सक्रिय लेखन के लिए बधाई दी ।

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में साहित्यकार, पत्रकार और गुणीजन उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन अरविंद त्रिवेदी ने किया। आभार मोहन वर्मा ने माना ।

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