इंदौर : रणजीत हनुमान की शोभायात्रा के दौरान सड़क किनारे व डिवाइडर के बीच लगे पेड़- पौधों को हुए नुकसान को लेकर नगर निगम द्वारा मंदिर प्रबंधन से जुर्माना राशि वसूलने का मामला तूल पकड़ गया है।कांग्रेस ने इसे राजनीतिक मुद्दा बना लिया तो उधर बीजेपी नेता भी नाराजगी जता रहे हैं।पूर्व महापौर मालिनी गौड़ ने पत्रकारों के सवाल के जवाब में कहा कि रणजीत हनुमान की शोभायात्रा में लगभग एक लाख लोग शामिल थे। यह धार्मिक आस्था का मामला है। लोगों की धार्मिक आस्था पर यह सीधा प्रहार है। उन्होंने कहा कि क्या आगे इस तरह की कार्रवाई नगर निगम सभी धार्मिक स्थलों पर करेगा..? यह सवाल नगर निगम आयुक्त से पूछा जाना चाहिए। क्या नगर निगम में अफसरशाही हावी हो रही है..? इस सवाल के जवाब में पूर्व महापौर मालिनी गौड़ ने कहा कि यह आप सब देख ही रहे हैं।
जीतू जिराती ने लिखा था पत्र।
बीजेपी प्रदेश उपाध्यक्ष जीतू जिराती ने तो सख्त लहजे में निगमायुक्त को पत्र लिखकर रणजीत हनुमान मंदिर समिति को भेजे गए 30 हजार रुपए के जुर्माने के नोटिस को 24 घंटे में वापस लेने को कहा था।हालांकि मन्दिर समिति ने जुर्माने की राशि का भुगतान नगर निगम को कर दिया है पर सत्ताधारी दल के नेताओं का आक्रोश थमा नहीं है। हिंदूवादी संगठनों ने तो वसूली गई जुर्माने की राशि मन्दिर समिति को वापस करने की मांग निगमायुक्त से की है।
बहरहाल, जुर्माने का मामला जल्द हल नहीं हुआ तो निगम अधिकारियों पर इसकी गाज गिरना तय माना जा रहा है।