आईआईटी इंदौर ने `भारत में स्टॉर्म वॉटर प्रबंधन के लिए एआई’ पर राष्ट्रीय प्रतियोगिता का किया था आयोजन।
इंदौर : प्रेस्टीज इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड रिसर्च (पीआईएमआर) के छात्र ओशन जैन, प्रथम मिश्रा और देव सोनी, ने आईआईटी इंदौर द्वारा आयोजित राष्ट्रव्यापी अनुसंधान प्रतियोगिता में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। संस्थान के छात्रों को यह पुरस्कार उनके नवाचारी प्रस्ताव “भारत में स्टॉर्म वॉटर प्रबंधन के लिए एआई” के लिए दिया गया है।
छात्रों ने अपनी सफलता का श्रेय प्रोफेसर (डॉ.) नितिन गिरधरवाल के मेंटरशिप को दिया, जिन्होंने उन्हें विशेष रूप से एआई प्रौद्योगिकी का उपयोग करके भारत में स्टॉर्म वॉटर प्रबंधन की महत्वपूर्ण समस्या का समाधान करने में मार्गदर्शन किया। यह प्रतियोगिता, आईआईटी इंदौर द्वारा इंजीनियरिंग और प्रबंधन पृष्ठभूमि वाले छात्रों के बीच नवाचारी सोच को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी।
प्रेस्टीज एजुकेशन फाउंडेशन, इंदौर के चेयरमैन डॉ. डेविश जैन ने छात्रों के इस उपलब्धि की सराहना करते हुए कहा कि एआई जैसी उन्नत प्रौद्योगिकी को वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का समाधान करने के लिए इंटीग्रेट करने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है उन्होंने डॉ. नितिन गिरधरवाल और पूरी टीम को उनकी उपलब्धि के लिए बधाई दी।
पीआईएमआर (यूजी कैंपस) के निदेशक, कर्नल (डॉ.) एस रमन अय्यर ने भी छात्र टीम और उनके iमेंटर की प्रशंसा की, जो पिछले तीन महीनों से अपने अनुसंधान को आकार देने में लगे हुए थे। उन्होंने इस उपलब्धि को ना सिर्फ प्रेस्टीज संस्थान बल्कि छात्रों के बीच अनुसंधान संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए भी महत्वपूर्ण बताया।