इंदौर : नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास ने पहल की है। न्यास ने इसके लिए राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर समितियां गठित की हैं। 20 विश्वविद्यालयों से एमओयू साइन किये गए हैं। छात्रों को प्रशिक्षित करके उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में भी न्यास ने काम शुरू कर दिया है।
न्यास के सचिव अतुल कोठारी ने इंदौर प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में यह जानकारी दी। समाजसेवी शोभा ताई पैठणकर भी इस दौरान मौजूद रही।
श्री कोठारी ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति घोषित होने के बाद न्यास ने 200 से अधिक संगोष्ठियां और ई- संगोष्ठियां आयोजित कर शिक्षा नीति के क्रियान्वयन की पहल की है। राष्ट्रीय स्तर पर न्यास ने क्रियान्वयन समिति का गठन डॉ. विजय भाटकर की अध्यक्षता में किया है। मप्र में प्रो. रवींद्र कान्हेरे नवगठित समिति के अध्य्क्ष बनाए गए हैं। यह समितियां केंद्र व राज्य सरकारों द्वारा गठित टास्क फोर्स, विश्वविद्यालय, महाविद्यालय और विद्यालयों को शिक्षा नीति के क्रियान्वयन में सहयोग करेगी।
श्री कोठारी के मुताबिक आत्मनिर्भर भारत में शैक्षणिक संस्थानों की भूमिका सुनिश्चित करने के लिए न्यास ने कार्य प्रारंभ कर दिया है। अभी तक सौ से अधिक शैक्षणिक संस्थानों में कार्य प्रारंभ हो चुका है।
न्यास 21 से 28 फरवरी तक मातृभाषा सप्ताह भी मना रहा है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन में सहयोग करेगा शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास
Last Updated: February 22, 2021 " 04:50 pm"
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