इंदौर : जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग एकाएक इतने सक्रिय हो गए हैं कि सैंपलिंग और टेस्टिंग के रिकॉर्ड बना रहे हैं। इसके नतीजे में कोरोना संक्रमण के भी रिकॉर्ड बन रहे हैं। रविवार को तो कोरोना संक्रमण ने दो सौ की मर्यादा भी लांघ दी। ग्रोथ रेट भी बढ़कर 8 फीसदी के ऊपर चला गया। सैम्पलिंग और टेस्टिंग का तालमेल नहीं बैठ पाने से हजारों सैम्पल पेंडिंग भी हो गए हैं। कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए कोविड अस्पतालों में बेड और आईसीयू के साथ मेडिकल स्टॉफ और इलाज के लिए आवश्यक सुविधाएं जुटाना भी प्रशासन के लिए चुनौती बन गया है।
रिकॉर्ड 208 संक्रमित पाए गए।
रविवार 9 अगस्त को रिकॉर्ड 3612 सैम्पल लिए गए। रिकॉर्ड 2498 सैम्पलों की जांच की गई।2274 निगेटिव रहे पर पॉजिटिव की तादाद भी 2 सौ पार कर गई। कुल 208 सैम्पलों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि की गई।
डेढ़ लाख से सैम्पलों की हो चुकी है टेस्टिंग।
इंदौर में अब तक कुल 157063 सैम्पलों की टेस्टिंग हो चुकी है। इनमें से 8724 सैम्पल पॉजिटिव पाए गए हैं। याने टेस्टिंग के अनुपात में साढ़े 5 फीसदी के लगभग कोरोना संक्रमित मिले हैं।
5 दिन में 23 से ज्यादा सैम्पल हुए पेंडिंग..!
सैम्पलिंग और टेस्टिंग बढ़ने के साथ पेंडिंग सैम्पल्स की संख्या भी बढ़ती जा रही है। अर्थात जितने सैम्पल लिए जा रहे हैं, उस अनुपात में टेस्टिंग नहीं हो पा रही है। बीते 5 दिनों के ही आंकड़े देखें जाएं तो 5 अगस्त को 104, 6 अगस्त को 127, 7 तारीख को 263, 8 को 750 और 9 अगस्त को 1114 सैम्पल पेंडिंग हो गए। याने केवल 5 दिनों में पेंडिंग सैम्पलों की तादाद 2358 हो गई है। इसके पहले के भी हजारों सैम्पल पेंडिंग हैं। इनकी टेस्टिंग कब और कैसे होगी ये भी एक बड़ा सवाल है।
62 मरीजों को मिला डिस्चार्ज, कोई मौत नहीं।
रविवार को 62 मरीज कोरोना संक्रमण से मुक्त होने पर डिस्चार्ज किए गए। इन्हें मिलाकर अब तक कुल 5961 मरीज कोरोना को हराकर सामान्य जीवन जीने लगे हैं। 2430 मरीजों का विभिन्न कोविड अस्पतालों में इलाज चल रहा है। रविवार को राहत की बात ये रही कि किसी भी संक्रमित मरीज की मौत नहीं हुई।