लव जिहाद और मतांतरण की रोकथाम के लिए परिवार और समाज स्तर पर प्रयास जरूरी

  
Last Updated:  June 8, 2023 " 08:41 pm"

भारत पहले से हिंदू राष्ट्र है। रामराज्य लाने की जरूरत।

कठिन तप और साधना से हासिल होती हैं दिव्य शक्तियां।

स्टेट प्रेस क्लब के मंच से मीडियाकर्मियों से चर्चा में बोले पंडोखर धाम के पीठाधीश्वर पंडोखर सरकार।

इंदौर : श्री पंडोखर धाम दतिया के पीठाधीश्वर पंडोखर सरकार का कहना है कि दिव्य शक्ति होती है, उसे जगाने के लिए कठिन साधना, तपस्या करनी पड़ती है। इसी दिव्य शक्ति के सहारे वे लोगों के मन की बात जानकर उनका समाधान करते हैं।जिन्हें लगता है कि इसमें कोई गड़बड़ है, वे उनके दरबार में आकर हर तरह से तस्दीक कर सकते हैं। ये सही है की देश में सैकड़ों पर्ची लिखने वाले हो गए हैं जो अंधविश्वास फैलाते हैं। ऐसे लोग बेनकाब जरूर होने चाहिए। मीडिया इसमें बड़ी भूमिका निभा सकता है। श्री पंडोखर सरकार गुरुवार को स्टेट प्रेस क्लब के मंच से मीडियाकर्मियों से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि लव जिहाद और मतांतरण की घटनाओं को सरकार के भरोसे नहीं रोका जा सकता। इसके लिए घर परिवार और समाज स्तर पर पहल करने की जरूरत है।

कुदरत के नियम को टाला नहीं जा सकता।

ओडिशा के बालासोर में हुई ट्रेन दुर्घटना से जुड़े सवाल पर पंडोखर सरकार का कहना था कि कुदरत के नियम को टाला नहीं जा सकता। जो निश्चित है, वो होकर रहता है लेकिन जो घटनाएं लापरवाही या असावधानी से घटित होती हैं, उन्हें समय रहते सचेत कर टाला जा सकता है। पुराने समय में राज दरबार में राजपुरोहितों को स्थान दिया जाता था जो संभावित घटनाओं को लेकर राज्यकर्ता को आगाह करते थे। अगर शासन स्तर पर हमसे पूछा जाए तो इस तरह की संभावित घटनाओं को लेकर सावधान अवश्य किया जा सकता है।

नेता धार्मिक अनुष्ठान कराएं, इसमें कोई बुराई नहीं।

राजनेताओं द्वारा राजनीतिक लाभ के लिए कथा, यज्ञ, अनुष्ठान कराएं जाने संबंधी प्रश्न का उत्तर देते हुए पंडोखर सरकार ने कहा कि कोई कथा, यज्ञ,अनुष्ठान, जाप आदि कराएं तो इसमें बुरा कुछ नहीं है। हां, हम कभी एकतरफा बात नहीं करते, वही कहते हैं जो सच होता है।

सभी से प्रत्यक्ष मिलना संभव नहीं होता।

ये पूछे जाने पर कि रसूखदार तो उनसे मिल पाते हैं पर आम आदमी का क्या..? इसपर उनका कहना था कि वे पर्ची के जरिए आम आदमी को ही बुलाकर उसकी समस्या हल करते हैं। ये सही है की सभी से प्रत्यक्ष नहीं मिला जा सकता, इसीलिए कथा और प्रवचनों के माध्यम से लोगों का मार्गदर्शन किया जाता है। वे कथा – प्रवचनों में बताए उपायों को अपनाकर अपनी परेशानियों का निदान पा सकते हैं।

निर्मल बाबा जैसे लोग आस्था को ठेस पहुंचाते हैं।

पण्डोखर सरकार ने कहा कि निर्मल बाबा जैसे कथित संत बिना साधना, तप किए खुद को दिव्य शक्तियों से लैस बताकर लोगों को गुमराह करते हैं, उनका भांडा फूटने में देर नहीं लगती पर ऐसे कथित संत लोगों की आस्था को ठेस जरूर पहुंचाते हैं। हालांकि बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री और कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा पर उन्होंने कोई भी टिप्पणी करने से इंकार कर दिया।

महाकाल लोक में गिरी मूर्तियों केवल सुंदरता की प्रतीक थी।

पण्डोखर सरकार ने महाकाल लोक में हाल ही में मूर्तियां गिरने की घटना पर कोई सीधी टिप्पणी नहीं की। उनका कहना था कि महाकाल लोक में स्थापित मूर्तियां केवल सुंदरता की प्रतीक हैं। उनकी विधिविधान के साथ स्थापना नहीं की गई थीं। तेज हवा में तो बड़े – बड़े पेड़ भी उखड़ जाते हैं।

लव जिहाद और मतांतरण की रोकथाम हम ही कर सकते हैं।

पण्डोखर सरकार का कहना था कि लव जिहाद और मतांतरण की बढ़ती घटनाओं को सरकार के भरोसे नहीं रोका जा सकता। घर और समाज स्तर पर हम अपनी बेटियों से बात करें, संवाद करें और उन्हें सनातन की खूबियों से अवगत कराएं। ऐसा करके ही हम लव जिहाद और मतांतरण जैसी घटनाओं की रोकथाम कर सकते हैं।

हिंदू राष्ट्र पहले से है, रामराज्य आना चाहिए।

हिंदू राष्ट्र की अवधारणा पर उनका कहना था कि सिंधु से हिंदू की उत्पत्ति हुई है। हमारा राष्ट्र हिंदुस्तान ही कहलाता है। सही मायनों में रामराज्य लाने की जरूरत है, जहां सभी बिना किसी भेदभाव के हिलमिल कर रह सकें।

पण्डोखर सरकार ने 9 से 11 जून तक मांगलिया में आयोजित दिव्य दरबार में भाग लेने के लिए सभी को आमंत्रित किया।

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