भोपाल: वरिष्ठ नेता कमलनाथ मप्र के 18 वे सीएम होंगे। गुरुवार रात पीसीसी दफ्तर में कांग्रेस विधायक दल की बैठक में उन्हें नेता चुना गया। बैठक के बाद पार्टी पर्यवेक्षक एके अंटोनी ने इस फैसले की जानकारी मीडिया को दी। इसके पूर्व नई दिल्ली में राहुल गांधी के निवास पर मेल- मुलाकात और मंथन का लंबा दौर चला। अनेक विधायक और पार्टी कार्यकर्ता ज्योतिरादित्य सिंधिया के पक्ष में थे पर वरिष्ठ नेताओं का समर्थन कमलनाथ के साथ था। अन्ततः राहुल गांधी ने कमलनाथ के नाम को मप्र के सीएम के बतौर हरी झंडी दे दी थी।
मप्र के सीएम चुने जाने के बाद कमलनाथ ने प्रदेश के मतदाताओं का आभार जताया। उन्होंने कहा कि ये उनके जीवन का मील का पत्थर हैं। वे कांग्रेस के वचन पत्र में किये गए सभी वादे पूरे करेंगे। कमलनाथ ने कहा कि उन्हें इंदिराजी ने छिंदवाड़ा की जनता को सौंपा था। उन्होंने संजय गांधी, राजीव गांधी के साथ काम किया है और अब राहुलजी के साथ काम कर रहै हैं। कमलनाथ ने सिंधिया को समर्थन के लिए धन्यवाद दिया। उनका कहना था कि आनेवाला समय चुनौतियों से भरा होगा।
शुक्रवार को राज्यपाल से मिलेंगे।
कमलनाथ ने बताया कि वे शुक्रवार सुबह राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मिलेंगे। शपथ ग्रहण की तारीख उसके बाद तय की जाएगी।