17 मई है नाम वापसी की आखरी तारीख।
एक जून को अंतिम चरण में होगी वाराणसी में वोटिंग।
वाराणसी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सीट वाराणसी पर नामांकन पत्रों की जांच में 41 में से 33 प्रत्याशियों के पर्चे खारिज हो गए हैं। पीएम मोदी के खिलाफ कांग्रेस-बसपा समेत अब सात प्रत्याशी मैदान में बचे हैं। चार दिनों तक नामांकन नहीं दाखिल करने का आरोप लगाकर हंगामा करने वाले स्टैंड अप कामेडियन श्याम रंगीला का पर्चा भी खारिज हो गया है। उनक पर्चे में कई कमियां पाई गई। भाजपा से पूर्व विधायक सुरेंद्र नारायण और कांग्रेस की तरफ से यूपी प्रदेश अध्यक्ष अजय राय की पत्नी रीना राय ने डमी प्रत्याशी के तौर पर नामांकन दाखिल किया था, उनके नामांकन भी रद्द हो गए हैं। वाराणसी में 17 मई तक अभी नाम वापस लेने का समय है। अगर किसी ने नाम वापस नहीं लिया तो मैदान में कुल आठ प्रत्याशी रह जाएंगे।इनमें भाजपा से प्रधानमंत्री मोदी, कांग्रेस से अजय राय, बसपा से अतहर जमाल लारी, युग तुलसी पार्टी से कोलीशे्टी शिवकुमार, अपना दल कमेरावादी से गगन प्रकाश, राष्ट्रीय समाजवादी जनक्रांति से पारस नाथ केशरी व दो निर्दलीय प्रत्याशी दिनेश कुमार यादव और संजय कुमार तिवारी शामिल हैं।
वाराणसी में 41 प्रत्याशियों ने कुल 55 नामांकन भरे थे। एक कैंडिडेट एक से अधिक नामांकन भर सकते हैं। पीएम मोदी और अजय राय ने चार-चार सेट में नामांकन भरा था। शिवकुमार ने भी चार सेट में पर्चा भरा था। कुल 55 नामांकन फार्म में से 17 स्वीकार हुए और 38 रद किए गए हैं। वाराणसी में एक जून को वोटिंग है। 4 जून को पूरे देश के साथ यहां भी वोटों की गिनती होगी। प्रधानमंत्री मोदी के उतरने के कारण वाराणसी देश की सबसे चर्चित लोकसभा सीट बन गई है। यूपी में चार चरणों की वोटिंग हो चुकी है। पांचवें चरण में 20 मई और छठे में 25 मई को वोटिंग होगी। इसके बाद अंतिम चरण में वाराणसी में एक जून को वोटिंग होगी।