विजया राजे सिंधिया की पुण्यतिथि पर किया गया माल्यार्पण, बीजेपी संगठन में उनके योगदान पर डाला गया प्रकाश

  
Last Updated:  January 26, 2021 " 04:01 am"

इंदौर : बीजेपी की स्थापना से लेकर उसे जन- जन से जोड़ने में अहम योगदान देनेवाली वरिष्ठ नेता राजमाता विजयाराजे सिंधिया की 20 वीं पुण्यतिथि पर सोमवार को भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं ने उन्हें याद किया।पार्टी के जावरा कम्पाउंड स्थित कार्यालय के समीप स्थापित प्रतिमा पर बीजेपी नेताओं व कार्यकर्ताओं ने माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए।इसी दिन शाम को राजमाता के व्यक्तित्व और कृतित्व पर पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन और वरिष्ठ नेता, पूर्व सांसद कृष्णमुरारी मोघे ने प्रकाश डाला।
महिला मोर्चे द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में बोलते हुए सुमित्रा महाजन ने कहा कि राजमाता विजया राजे सिंधिया का सरल, सहज स्वभाव और उनकी मीठी बोली कार्यकर्ताओं के मन में एक अलग छाप छोड़ती थी। जनसंघ से लेकर भारतीय जनता पार्टी की स्थापना तक के जितने भी हमारे राजनेता हुए उनमें राजमाता का व्यक्तित्व अलग ही था। संगठन का विस्तार और उसे मजबूत करने के लिये उन्होंने गांव-गांव में भ्रमण किया। संगठन को उन्होंने हमेशा सर्वोपरि रखा। जनता का हित और उनके अधिकारों के लिए उन्होंने हमेशा लड़ाई लड़ी। व्यक्ति अपने कार्यो से बड़ा होता है, यह हमें राजमाताजी ने सिखाया। सुमित्रा ताई ने उन्हें याद करते हुए एक किस्सा बताया कि 1986 में जब महिला मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक तीन दिन के लिए आयोजित की गई, तो हमें लगा कि राजमाताजी शायद थोड़े बहुत समय के लिये बैठक में उपस्थित रहेगी, लेकिन हम सभी को आश्चर्य हुआ जब राजमाताजी पूरे तीन दिन तक बैठक में उपस्थित रही। वे अत्यंत सादगी से रहने वाली राजनेता थी, उनकी सादगी ने उन्हें महान बनाया।
वरिष्ठ नेता, पूर्व सांसद कृष्णमुरारी मोघे ने कहा कि राजमाता विजया राजे का भारतीय राजनीति में बहुत बड़ा योगदान रहा है। राजमाता ने जनता की सेवा के लिए वैभव पूर्ण जीवन छोड़कर सामान्य जीवन जिया। वे भारतीय जनता पार्टी की आधार स्तंभ थीं।वे 8 बार सांसद बनी और निरंतर गरीब जनता की सेवा की।
मोघे ने कहा कि आज जिस मुकाम पर भारतीय जनता पार्टी पहुंची है, उसमें राजमाता की भूमिका बहुत बड़ी है।उन्होंने पार्टी का जनाधार तेजी से बढाया। राजमाता विजयाराजे सिंधिया व कुशाभाऊ ठाकरे जैसे नेताओं की बदौलत ही बीजेपी आज इस मुकाम पर खड़ी है। राजमाताजी का प्रभाव इतना था कि उससे प्रभावित होकर पं. जवाहरलाल नेहरू ने वर्ष 1962 में उन्हें सांसद का चुनाव लड़ाया, उसके पश्चात जब उन्होंने कांग्रेस पार्टी छोड़ भारतीय जनसंघ को अपनाया तभी से लगातार मध्यप्रदेश के लगभग प्रत्येक गांव में प्रवास कर कार्यकर्ताओं को जोड़ा और पार्टी का जनाधार बढ़ाया। अन्याय के खिलाफ वे लड़ने का माद्दा रखती थी। अन्याय के आगे वे कभी भी झुकी नहीं। राजमाता से हमने सीखा कि जो ठीक है उसे बनाने के लिये कठोर से कठोर निर्णय भी लेना पड़े तो लेना चाहिए और कार्यकर्ता का जो हक है वह उसे मिलना चाहिए। राजनैतिक जीवन में राजमाता जैसे बिरले ही लोग होते है जो अपनी सम्पत्ति का उपयोग भी पार्टी को मजबूत बनाने के लिये कर देते हैं।

नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे ने कहा कि हमारी वरिष्ठ नेता राजमाता विजयाराजे सिंधिया की 20वीं पुण्यतिथि पर हम सभी उनके द्वारा दिये गये विचारों को आत्मसात करते हुए कार्य करे।उनकी पुण्यस्मृति पर हम यह संकल्प ले कि जिस तरह पार्टी व संगठन को मजबूत करने और लगातार नये कार्यकर्ता गढ़ने का कार्य राजमाता ने किया, उसी तरह हम भी संगठन के कार्यो को हमेशा पूरे मन व तत्परता से करते रहे।

तिल-गुड़ का किया वितरण।

राजमाता के पुण्य स्मरण के बाद परम्परानुसार पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने उपस्थित सभी नेताओं व कार्यकर्ताओं को तिल-गुड बांटा।

कार्यक्रम के प्रारंभ में सुमित्रा ताई व कृष्णमुरारी मोघे ने दीप प्रज्ज्वलन व राजमाता के चित्र पर माल्यार्पण किया। अतिथि स्वागत महिला मोर्चा पदाधिकारियों द्वारा किया गया।

सुबह राजमाता की प्रतिमा पर माल्यार्पण के अवसर पर कृष्णमुरारी मोघे, कैबिनेट मंत्री तुलसीराम सिलावट, वरिष्ठ नेता मधु वर्मा, अंजू मखीजा, पदमा भोजे, रानू रंजीत कौर, ज्योति तोमर, शोभा गर्ग, ज्योति पंडित, रचना गुप्ता, शैलजा मिश्रा, मुकेश मंगल, देवकीनंदन तिवारी, तुलसी प्रजापत, शालिनी शर्मा, सरोज तंवर, अनीता व्यास, रेणुका जगताप, कंचन गिदवानी, बबीता राठौर, सुनिता विश्वकर्मा, लता जगताप, साधना दुबे, बबली तलरेजा, नारायणी बरेठा, मोहन राठौर, रामदास गर्ग, शैलेंद्र महाजन, भानू चौहान, रजत गर्ग उपस्थित थे।
शाम के कार्यक्रम में सांसद शंकर लालवानी, अंजू माखीजा, डॉ. उमा शशि शर्मा, घनश्याम शेर, कमल बाघेला, सुमित मिश्रा, जयदीप जैन, शैलजा मिश्रा, संदीप दुबे, पदमा भोजे, डॉ. श्रद्धा दुबे, ज्योति तोमर, डॉ. महेश गुप्ता, गुलाब ठाकुर, देवकीनंदन तिवारी, मुकेश मंगल, कमल वर्मा, ज्योति पंडित, तुलसी प्रजापत, शांता भामावत, विनीता धर्म, रानू रंजीत कौर, सरिता मंगवानी, शोभा गर्ग, कंचन गिदवानी, इंदू श्रीवास्तव, बबीता राठौर, लता जगताप, रेणुका प्रताप, अनिल शर्मा, सुधा शर्मा, मोहन राठौर, युवराज दुबे, सचिन जेसवानी, अनिल तिवारी, गगन यादव सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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