इंदौर : कोरोना के संकट काल में शादी में सिर्फ 12 लोगों को ही शामिल होने की अनुमति दी जा रही थी लेकिन अब 50 लोग विवाह में शामिल हो सकेंगे। सांसद शंकर लालवानी ने ये जानकारी रेसीडेंसी कोठी पर हुई महत्वपूर्ण बैठक के बाद दी।
बैंड- बाजे, घोड़ी, बग्गी की भी अनुमति।
सांसद लालवानी ने कहा कि शादी एक ऐसा उत्सवी आयोजन है जिसमें दूर के नाते रिश्तेदार भी शामिल होते हैं। कोरोना वायरस के कारण इंदौर में सिर्फ 12 लोगों को ही विवाह में शामिल होने की अनुमति दी जा रही थी लेकिन अब इसे बढ़ाकर 50 कर दिया गया है यानी वर-वधू को मिलाकर 50 लोग विवाह में सम्मिलित हो सकते हैं। साथ ही बैंड बाजा वाले, घोड़ी वाले, फोटोग्राफर और नाई को भी शामिल होने की इजाजत दी गई है। ऐसे में अब एक विवाह समारोह में करीब 58 से 60 लोग शिरकत कर सकते हैं।
शर्तों के साथ दी गई है छूट।
सांसद शंकर लालवानी ने बताया कि कई लोगों की यह मांग थी कि विवाह समारोह में शामिल होने वाले लोगों की संख्या को बढ़ाया जाए जिसके बाद यह फैसला किया गया है लेकिन सभी को कोरोना वायरस से बचाव के उपाय अनिवार्य तौर पर करने होंगे।शर्तों के साथ ही छूट दी जा रही है और लोगों को इन शर्तों का कड़ाई से पालन करना होगा।
मंगलवार को आयोजित बैठक में कोरोना से लड़ाई में राज्य सरकार के सलाहकार डॉ निशांत खरे, भाजपा नगराध्यक्ष गौरव रणदिवे, कलेक्टर मनीष सिंह समेत विधायकगण एवं भाजपा संगठन से जुड़े लोग शामिल थे।