मुंबई : भारतीय रेल इंजीनियर्स सेवा (आईआरएसई) के 1988 बैच के वरिष्ठ अधिकारी विवेक कुमार गुप्ता ने शुक्रवार, 11 जुलाई, 2025 को पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक का कार्यभार ग्रहण कर लिया। पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक के रूप में अपनी नियुक्ति से पहले वे नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एनएचएसआरसीएल) के प्रबंध निदेशक के रूप में कार्यरत थे। इस संगठन को भारत की पहली बुलेट ट्रेन परियोजना के क्रियान्वयन का दायित्व सौंपा गया है।
श्री गुप्ता ने रेलवे बोर्ड, रेल मंत्रालय में प्रधान कार्यपालक निदेशक/गति-शक्ति के रूप में कार्य किया है, जहाँ वे पीएम गति-शक्ति पहल के तहत स्टेशन विकास सहित सभी प्रमुख रेल परियोजनाओं की योजना और क्रियान्वयन के लिए एकीकृत इकाई के रूप में कार्यरत सात (07) विभागों – सिविल (निर्माण, परियोजना निगरानी और स्टेशन विकास), विद्युत (आरई), सिगनल व दूरसंचार, यातायात, वित्त, योजना और आर्थिक निदेशालयों के एकीकृत कामकाज के लिए उत्तरदायी थे।
श्री गुप्ता, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण), मुख्य ट्रैक इंजीनियर, मुख्य पुल इंजीनियर और मंडल रेल प्रबंधक जैसे कई प्रतिष्ठित पदों पर पश्चिम रेलवे और मध्य रेलवे में कार्यरत रहे हैं। इन पदों पर उन्होंने नई लाइन निर्माण, गेज परिवर्तन, दोहरीकरण और मल्टी-ट्रैकिंग परियोजनाओं, ट्रैक निर्माण कार्यों, यातायात सुविधाओं और पुल रखरखाव सहित महत्वपूर्ण बुनियादी ढाँचे के कार्यों का पर्यवेक्षण किया।
मुंबई रेलवे विकास कॉरपोरेशन (एमआरवीसी) में मुख्य इंजीनियर के रूप में कार्य करते हुए श्री गुप्ता ने लगभग ₹20,000 करोड़ की संचयी परियोजना मूल्य वाली एमयूटीपी और परियोजनाओं के समन्वय व कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने ₹34,000 करोड़ की एमयूटीपी 3ए परियोजना के प्रारंभिक कार्य का भी नेतृत्व किया। उनकी जिम्मेदारियों में योजना और कार्यान्वयन के मामलों में विश्व बैंक, एआईआईबी, एमएमआरडीए, सिडको और महाराष्ट्र सरकार जैसी विभिन्न एजेंसियों के साथ व्यापक समन्वय कार्य शामिल था।