इंदौर : कलेक्टर मनीष सिंह ने बुधवार को चटर्जी आर्केस्टा के फाउंडर प्रभात चटर्जी से आस्था ओल्ड ऐज होम परदेशीपुरा पहुंचकर मुलाकात की। उनका हाल चाल जाना। जब श्री चटर्जी को यह बताया गया कि सामने खड़े शख़्स कलेक्टर हैं तो वे भावविभोर हो उठे। उन्होंने कहा कि कलेक्टर श्री सिंह देवदूत के समान है, जिनके कारण उनका जीवन बदल गया है।
कलेक्टर मनीष सिंह ने विनम्रतापूर्वक श्री चटर्जी से कहा कि- “आप जैसे कलाकारों का ध्यान रखना मेरा कर्तव्य है। मैं खुद को भाग्यवान मानता हूं कि मुझे आप जैसे प्रतिभावान व्यक्ति की सहायता करने का अवसर प्राप्त हुआ”। कलेक्टर द्वारा पूछे जाने पर श्री चटर्जी ने बताया कि उन्हें माइग्रेन की बीमारी है। उन्होंने कहा कि वे पहले जहाँ पर रहते थे वहाँ छत से पानी टपकता था, कई बार सिर गीला भी हो जाता था। संभवतः इसी कारण उन्हें यह तकलीफ प्रारंभ हुई है। इस पर कलेक्टर श्री सिंह ने तत्काल डॉ गोयल को बुलवाकर श्री चटर्जी का अपोलो हॉस्पिटल में सिटी स्कैन ओर अन्य जांच करवाने के निर्देश दिए। कलेक्टर मनीष सिंह ने मौक़े पर उपस्थित प्रबंधन को निर्देश दिए कि वे दादा का विशेष ध्यान रखें। यह विदित है कि प्रभात चटर्जी की बदहाली की ख़बर सुनकर कलेक्टर द्वारा तत्परता पूर्वक उनकी सुध ली गयी थी। उन्हें चिकित्सा उपलब्ध कराई गई और भी आश्रय भी मुहैया कराया गया।
वृद्धाश्रम का किया निरीक्षण।
तद्पश्चात कलेक्टर श्री सिंह ने ओल्ड ऐज होम का निरीक्षण किया। उन्होंने संयुक्त संचालक सामाजिक न्याय को वरिष्ठ एवं वृद्धजनों के जीवन में नवीनता लाने हेतु गतिविधियां प्रारंभ करवाने के साथ-साथ अन्य जरूरी व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए।