लगातार सातवी बार एनसीईआरटी ने किया है आमंत्रित।
कक्षा पहली से दसवीं तक वैदिक गणित की पुस्तकों का हिन्दी में किया है लेखन।
इंदौर : देवी अहिल्या वि.वि. के तहत स्थापित प्राचीन भारतीय गणित अध्ययन केन्द्र तथा अटल बिहारी वाजपेयी हिन्दी विश्वविद्यालय के इंदौर केन्द्र में वैदिक गणित के शिक्षक रवि असरानी को राष्ट्रीय गणित दिवस के उपलक्ष्य में दिल्ली में 2 से 4 जनवरी तक आयोजित गणित शिक्षण की राष्ट्रीय कांफ्रेंस में लगातार सातवीं बार अपना शोध पत्र पढ़ने के लिए राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) द्वारा आमंत्रित किया गया है। देशभर से ऐसे कुल 72 गणितज्ञ चयनित किए गए हैं।
डॉ. असरानी सन 2018 से प्राचीन भारतीय वैदिक गणित पर मौलिक शोध पत्र पढ़ने हेतु नई दिल्ली, अजमेर, भोपाल, मैसूर, भुवनेश्वर और शिलांग में एनसीईआरटी द्वारा आमंत्रित किए जा चुके हैं। ये सभी शोध पत्र एनसीईआरटी के जर्नल में प्रकाशित हो चुके हैं। वे गत 25 वर्षों से स्नातकोत्तर स्तर पर गणित शिक्षण का कार्य कर रहे हैं। सन 2018 में युगपुरुष महामंडलेश्वर स्वामी परमानंद गिरि महाराज की आज्ञा से वे वैदिक गणित के प्रचार-प्रसार का कार्य कर रहे हैं और तब से अब तक उन्होंने वैदिक गणित पर अंग्रेजी में ब्लिसफुल वैदिक मैथ्स नामक पुस्तक भी लिखी है। अब हिन्दी में भी उनकी एक पुस्तक आनंदमय वैदिक गणित का लोकार्पण वे दिल्ली में होने जा रही कांफ्रेंस में किया जाएगा। गणितज्ञ रवि असरानी ने मध्यप्रदेश सरकार के संस्कृत बोर्ड के स्कूली पाठ्यक्रम के लिए कक्षा पहली से 10वीं तक वैदिक गणित की पुस्तकों का हिन्दी में लेखन भी किया है।
गत दिनों आयआयटी इंदौर में आयोजित म.प्र. विज्ञान सम्मेलन में भारतीय ज्ञान परंपरा पर सर्वश्रेष्ठ प्रस्तुति के लिए रवि असरानी को सम्मानित और पुरस्कृत किया जा चुका है। अब तक लगभग 20 देशों के विद्यार्थियों को वे वैदिक गणित का प्रशिक्षण दे चुके हैं। कई राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय जर्नल्स में इनके शोध पत्र और वैदिक गणित में की गई खोज को प्रकाशित किया जा चुका है।