इंदौर : इंदौर प्रेस क्लब में चल रही पांच दिवसीय लहरी की कार्टूनशाला में गुरुवार को दूसरे दिन अतिथि के रूप में प्रसिद्ध रंगकर्मी, लेखक, मालवी कवि नरहरि पटेल ने शिरकत की। उन्होंने कार्टूनशाला में प्रतिभागी बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि आज तक आपने रेखाओं और गोलों के माध्यम से चित्र बनाते देखा होगा। मैं आपको शब्दों से चित्र बनाना बताऊंगा। किसी भी अर्थ के बिना शब्द नहीं होता है। मैंने बच्चों के लिए कई गीत लिखे हैं। मुझे बच्चों से अच्छा कोई श्रोता नजर नहीं आता है। बच्चों का जिज्ञासु होना मुझे बहुत पंसद आता है। आप कविता और गीतों से चित्रों को अपने मन में उकेर सकते हैं। नदी, तालाब और समुद्र के हिलोरे मन, ध्वनि में तरंग पैदा करते हैं।
उन्होंने मालवी भाषा में ‘छोटी-छोटी मच्छी इतरो-इतरो पानी’ सुनाकर बच्चों को गुदगुदाया। उन्होंने बचपन, जवानी और बुढ़ापे को अपनी कविता के माध्यम से समझाया। कैसे हमारी मां सबसे पहले उठकर हमारे साथ सूरज को जगाती है। यह भी एक गीत के माध्यम से बताया। उन्होंने बच्चों को वतन के लिए अब जीना है, वतन के लिए अब मरना है गीत गाकर देशभक्ति का जज्बा भी जगाया।
प्रेस क्लब अध्यक्ष अरविंद तिवारी ने दादा नरहरि पटेल का स्वागत करते हुए बताया कि 88 वर्ष की उम्र में भी वे सामाजिक रूप से बहुत सक्रिय हैं। वह लेखकों, रंगकर्मियो को आज भी मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। उनका यहां आना हमारे लिए सौभाग्य की बात है।
शहर के प्रख्यात कार्टूनिस्ट इस्माइल लहरी ने कार्टूनशाला के दूसरे दिन बच्चों को कार्टून की बारीकियों से रूबरू कराया, जिसमें बच्चे रोज नए-नए तरीकों से कार्टून बनाना सीख रहे हैं। इस अवसर पर प्रेस क्लब महसचिव हेमंत शर्मा, उपाध्यक्ष प्रदीप जोशी एवं रंगकर्मी संजय पटेल भी उपस्थित थे।