पैदल मार्च निकालकर संभागायुक्त को सौंपा ज्ञापन।
एमओजी लाइन और हुकुमचंद मिल के पेड़ों को विकास के नाम पर काटे जाने का किया विरोध।
पेड़ों की गिनती कर उनकी वार्डवार सूची जारी करने पर दिया जोर।
हजारों लोगों ने किए ज्ञापन के समर्थन में हस्ताक्षर।
इंदौर : शहर के पर्यावरण की रक्षा और पेड़ों को बचाने के लिए जनहित पार्टी सड़क पर उतर आई है। इसी कड़ी में राजवाड़ा से रीगल तक पैदल मार्च निकालकर संभागायुक्त को ज्ञापन दिया गया।
जनहित पार्टी के अध्यक्ष अभय जैन ने बताया कि एमओजी लाइन और हुकुमचंद मिल के हजारों हरे भरे पेड़ों को विकास के नाम पर काटने के विरोध में उनकी पार्टी पिछले 20 दिनों से जनजागरण अभियान चला रही है। शहर की जनता का इसमें उत्साहजनक प्रतिसाद मिल रहा है। लोग आगे आकर हस्ताक्षर अभियान को समर्थन दे रहे हैं।
अभय जैन ने बताया कि एमओजी लाइन के कटने वाले पेड़ों की नंबरिंग करके उनका पंचनामा बनाया गया है। 5 जून विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पेड़ काटने का विरोध दर्ज कराने राजवाड़े पर शहर के जागरूक नागरिकों द्वारा मानव श्रृंखला भी बनाई गई थी,जिसमे पेड़ों के महत्व वाले बैनर एवं तख्ती लेकर नागरिक खड़े रहें।
इसी क्रम में शहर के कई गणमान्य नागरिक परिवार सहित राजवाड़ा पर एकत्रित हुए और हाथों में पेड़ों को बचाने और उनके महत्व को दर्शाती तख्तियां व बैनर लेकर रीगल तक पैदल मार्च के रूप में गए। उसके बाद संभागायुक्त कार्यालय पर जाकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया गया।
ज्ञापन में ये रखी मांगें।
जनहित पार्टी की मांग है कि
एमओजी लाइन और सभी कपड़ा मिलों सहित ऐसे सभी क्षेत्र संरक्षित वन के रूप में घोषित हो जहां किसी भी प्रकार का कंक्रीट का निर्माण न हो और वह सिटी फॉरेस्ट के रूप में डेवलप किया जाए।
अभी तक जितने भी पेड़ एमओजी लाइन में बिना नंबरिंग डालें काटे गए हैं, उसके जिम्मेदारों पर सख्त दंडात्मक कार्रवाई की जाए।
इंदौर शहर के सभी पेड़ों का सर्वे किया जाए और वार्ड अनुसार उनकी सूची प्रतिवर्ष जारी की जाए।
इंदौर शहर में कोई भी बड़ा पेड़ विकास के नाम पर ना काटा जाए, बहुत आवश्यकता हो तो उन पेड़ों को योग्य एजेंसी के द्वारा उचित स्थान पर ट्रांसप्लांट किया जाए।
इस ज्ञापन के साथ इन्दौर के 6127 नागरिकों ने समर्थन में अपने हस्ताक्षर किए।