शिवपुराण कलियुग के पापों को नष्ट करने वाली अनुपम कथा है- स्वामी वितरागानंद

  
Last Updated:  July 23, 2020 " 07:37 am"

इन्दौर : शिव पुराण की कथा कलियुग में जीव मात्र के लिए कल्याण का मार्ग प्रशस्त करती है। शिव पुराण कलियुग के पापों को नष्ट करने वाली अनुपम कथा है। श्रावण के इस पवित्र माह में प्रकृति से जुड़े बिना हमारी भक्ति और उपासना सार्थक नहीं होगी, इसलिए यह संकल्प करें कि हर वर्ष एक पौधा जरूर लगाएंगे।
ये प्रेरक विचार हैं उज्जैन के उपनिषद आश्रम के वेदांत दर्शनाचार्य स्वामी वीतरागानंद महाराज के, जो उन्होंने मनोरमागंज स्थित गीता भवन पर चल रहे चातुर्मास के दौरान शिव पुराण कथा के द्वितीय अध्याय के प्रसंगों की व्याख्या के दौरान आॅनलाइन प्रवचन देते हुए व्यक्त किए। प्रारंभ में गीता भवन ट्रस्ट के अध्यक्ष गोपालदास मित्तल, मंत्री राम ऐरन, सत्संग समिति के संयोजक रामविलास राठी, महेशचंद्र शास्त्री, प्रेमचंद गोयल आदि ने स्वामीजी का स्वागत किया। गीता भवन में चातुर्मास के दौरान प्रतिदिन सुबह 9 से 10.30 तक शिव पुराण और शाम 5.30 से 6.30 बजे तक ब्रम्हसूत्र पर स्वामी वीतरागानंद के प्रवचनों की आॅनलाइन अमृत वर्षा हो रही है।

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