इंदौर: स्थानीय दशहरा मैदान पर आयोजित तरुण जत्रा को लोगों का भरपूर प्रतिसाद मिल रहा है। शहर के बाशिंदे परिवार सहित जत्रा में आकर वासंती बयारों के बीच खरीदारी, खानपान और मनोरंजन का लुत्फ उठा रहे हैं।
जत्रा का दूसरा दिन रामायण महाकाव्य के नाम रहा। भगवान राम के पुत्र लव और कुश के नजरिये से पेश की गई इस पेशकश में अश्वमेघ का घोड़ा रोके जाने से लेकर माता सीता के धरती में समा जाने तक के प्रसंगों को शिद्दत के साथ मंच पर प्रस्तुत किया गया। लव कुश के शब्द बाण, अपनी मां सीता के साथ हुए अन्याय को लेकर उनके मन में उमड़- घुमड़ते सवाल, युद्ध में भरत, लक्ष्मण, शत्रुघ्न को परास्त करने का प्रसंग हो या अनजाने में पिता अयोध्या के राजा राम को युद्ध की चुनौती देने वाला दृश्य हो, सभी में लाइट, साउंड, वेशभूषा और कलाकारों के हावभाव देखने लायक थे। खासकर रिकॉर्डेड संवाद और प्रसंगनुरूप ध्वनि इस प्रस्तुति को प्रभावी बना रहे थे। लव कुश द्वारा भगवान राम के दरबार मे रामायण गायन के जरिये सम्पूर्ण रामायण के प्रसंगों को संक्षिप्त में दर्शाया गया। आखरी में माता सीता के धरती का वरण कर लेने का दृश्य दर्शकों को भी द्रवित कर गया। श्याम खोड़के, विश्वास और अपर्णा भावे के निर्देशन में तरुण मंच के 50 से अधिक कलाकारों ने इस प्रस्तुति में भागीदारी जताई।
मंचीय प्रस्तुति के साथ ही लोगों ने जमकर खरीदारी की और मराठी व्यंजनों का लुत्फ उठाया। 50 से अधिक लज्जतदार व्यंजनों की सौगात यहां पेश की गई है।
रविवार को तरुण जत्रा का अंतिम दिन है। आज लावणी की खास महफ़िल संजोई गई है। स्वाद, संस्कृति और खानपान का ये अनूठा संगम फिर अगले साल ही दिखाई देगा। अतः जो भी अभी तक जत्रा का हिस्सा नहीं बन पाए हैं उन्हें ये मौका नहीं चूकना चाहिए।
लव- कुश के नजरिये से रामायण का मंचन
Last Updated: February 10, 2019 " 11:46 am"
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