इंदौर: कारोबारी संदीप अग्रवाल हत्याकांड में पुलिस को कई अहम सुराग मिल गए हैं। उस शूटर की पहचान भी कर ली गई है जिसने सुपारी लेकर हत्याकांड को अंजाम दिया। डीआईजी हरिनारायण मिश्रा के मुताबिक जल्दी ही हत्यारे पुलिस की पकड़ में होंगे। हत्या में प्रयुक्त कार पुलिस ने तलावली चांदा क्षेत्र से बरामद की थी।
100 से अधिक लोगों से पूछताछ
डीआईजी के मुताबिक संदीप अग्रवाल की हत्या के मामले में अभी तक 115 से अधिक लोगों से पूछताछ की गई है। मृतक के परिजनों के बयान के मद्देनजर तमाम संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। केबल के लेनदेन के विवाद को ध्यान में रखकर उस पहलू पर भी जांच की जा रही है। शहर के तमाम अपराधी जिनका पुराना रिकॉर्ड रहा है, उन सभी को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की गई है। प्रदेश के अन्य जिलों और राज्यो में भी पुलिस की टीमें भेजी गई हैं।
कई लोगों से था लेनदेन
मृतक संदीप तेली कई वैध- अवैध धंधों में लिप्त था। कहा जाता है कि जेल में बंद बिल्डर आशीष दास के प्रोजेक्ट मे भी संदीप की पैसा लगा था। ब्याज पर करोड़ों रुपए उसने लोगों को दे रखे थे। केबल व्यवसाय में रोहित सेठी के साथ उसका करोड़ों का लेनदेन था, जिसके विवाद में हत्या की बात कही जा रही है। इसकेअलावा सट्टेबाजी और डिब्बा कारोबार में भी वह लिप्त था। संदीप के दफ्तर से मिले दस्तावेजों से उसके नेता, अधिकारी और रसूखदारों से सबंधो की बात उजागर हुई है।
हत्यारों के पकड़े जाने की खबर..?
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार संदीप अग्रवाल की हत्या कर भागे आरोपी नागदा में पकड़ लिए गए हैं पर फिलहाल इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है।
रोहित सेठी और सुशील बजाज हैं फरार..
एसआर केबल के मालिक रोहित सेठी और उनके पार्टनर सुशील बजाज अभी तक पुलिस के हाथ नही लगे हैं। दोनों पर लेनदेन के विवाद में संदीप अग्रवाल की सुपारी देकर हत्या करवाने का संदेह है। उनके करीबियों को पुलिस ने हिरासत में ले रखा है।