इंदौर : इंदौर काँग्रेस का उच्च स्तरीय प्रतिनिधि मंडल शहर काँग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल के नेतृत्व में संभागायुक्त पवन शर्मा से मिला। पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, विधायक द्वय संजय शुक्ला और विशाल पटेल भी इस दौरान मौजूद रहे।
क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी की बैठकों में नहीं बुलाने की शिकायत की।
बैठक में कांग्रेस नेताओं ने विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने संभागायुक्त से कहा कि शासन- प्रशासन काँग्रेस पार्टी के साथ भेदभाव कर रहा है। क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी में भाजपा के हारे हुए विधायकों को बुलाया जाता है,लेकिन काँग्रेस के जनप्रतिनिधियों एवं शहर काँग्रेस अध्यक्ष को इस बैठक में आमंत्रित नही किया जा रहा जो गलत है। जानबूझकर उनकी उपेक्षा की जा रही है।उनका आरोप था कि अधिकारी बीजेपी नेताओं के कहने पर चल रहे हैं।
रोज खुलें किराना व राशन की दुकानें।
कांग्रेसी नेताओं ने किराने की दुकानों को भी दूध की दुकानों के समय में प्रतिदिन खोलने की मांग की। उनका कहना था कि इससे आनावश्यक भीड़ इकट्ठी नहीं होगी।
देपालपुर एसडीएम पर हो कार्रवाई।
कांग्रेसी नेताओं ने देपालपुर एसडीएम बजरंग बहादुर द्वारा जनता को अपमानित कर लातों से मारने पर सख्त ऐतराज जताते हुए उनको बर्खास्त करने की मांग की।
नहीं दी ऑक्सीजन प्लांट की मंजूरी।
विधायक विशाल पटेल का कहना था कि करोड़ो रूपए का बड़ा आक्सीजन प्लांट लगाने के लिए वे पिछले 4 दिनों से मंजूरी देने की मांग कर रहे थे लेकिन काँग्रेस के विधायक होने के कारण प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट ने उन्हें मंजूरी नही दी। अब यह प्लांट इंदौर में ना लगते हुए,दिल्ली में लगा दिया गया।
बाकलीवाल ने कहा वैसे तो सरकार को गरीबो की चिंता है नही, लेकिन जो थोड़ा राशन बांटा जा रहा है,उस पर भी भाजपा अपना ठप्पा लगा रही है,जो अव्यवहारिक है।
कांग्रेस से नहीं लिए जाते सुझाव।
बाकलीवाल ने संभागायुक्त को कहा कि शहर हित में कांग्रेस पार्टी से किसी प्रकार के सुझाव नही लिए जाते है, भाजपा के नेता अपनी मनमानी पूर्ण निर्णय लेकर जनता पर थोपते है।
कांग्रेसी नेताओं ने लॉकडाउन को लेकर कई सुझाव भी दिए।
संभागायुक्त ने कांग्रेसी प्रतिनिधि मंडल को आश्वस्त किया कि उनकी शिकायतों व सुझावों पर गौर किया जाएगा।