निगमकर्मियों की मिलीभगत से सड़क व फुटपाथ पर अवैध कब्जे का लगाया आरोप।
सड़क पर अवैध कब्जे से ट्रैफिक जाम की समस्या की ओर भी दिलाया ध्यान।
महापौर, निगमायुक्त व पुलिस कमिश्नर से की समस्या के स्थाई समाधान की मांग।
इंदौर : शहर के पश्चिम क्षेत्र स्थित प्रमुख बाजारों में फुटपाथ और सड़क पर कब्जा कर कारोबार करनेवालों से वहां के व्यापारी परेशान हैं। इसको लेकर 13 प्रमुख व्यापारिक संगठनों ने अपनी आवाज बुलंद कर निगमायुक्त को अपनी परेशानियों से अवगत कराया था।इसी कड़ी में प्रिंस यशवंत रोड व्यापारी एसोसिएशन ने भी फुटपाथ पर कब्जा कर बैठने वालों से स्थाई दुकानदारों को हो रही परेशानी और ट्रैफिक जाम की ओर नगर निगम का ध्यान आकर्षित किया है। एसोसिएशन के संरक्षक मंजूर बेग ने आरोप लगाया है कि फुटपाथी कारोबारियों के साथ निगमकर्मियों की मिलीभगत है।इसी के चलते निगम मुहिम चलाती भी है तो उसका कोई असर नजर नहीं आता।शुक्रवार को नगर निगम उपायुक्त ने पुलिस प्रशासन के दल के साथ दौरा तो किया पर उसके पहले ही कतिपय निगमकर्मियों ने फुटपाथ और ठेले पर सामान बेचने वालों को सूचना दे दी थी। इसके चलते वे वहां से गायब हो गए।
मंजूर बेग ने आरोप लगाया कि राजवाड़ा और पीवाय रोड क्षेत्र में फुटपाथ व ठेले पर सामान बेचने वालों से अवैध वसूली कर उन्हें कहीं भी बैठने और खड़े होने की छूट दे दी जाती है। इससे कृष्णपुरा छत्री से लेकर राजवाड़ा, पीवाय रोड, गुरुद्वारा जवाहर मार्ग पर जाम लगता है। मंजूर बेग ने महापौर व निगमायुक्त से मांग की है कि वे स्थाई दुकानदारों की समस्या को गंभीरता से ले क्योंकि फुटपाथों पर बैठने वाले लोग दुकानदारों को जान से मारने और हमला करने की धमकी खुलेआम दे रहे हैं।इंदौर पुलिस कमिश्नर से भी बेग ने अपील की है कि व्यापारियों की समस्याओं को गंभीरता से लें। धमकी देने वालों पर उचित कार्रवाई कर जेल भेजें अन्यथा व्यापारियों के हित में बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा।