जैन युवा प्रकोष्ठ के आयोजन में सामाजिक संसद के पदाधिकारी भी पहुँचे।
इंदौर : सकल दिगम्बर जैन समाज युवा-महिला प्रकोष्ठ इंदौर द्वारा रविवार 15 मई को नि:शुल्क़ स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। स्वास्थ्य शिविर में 240 से अधिक मरीज़ों का उपचार किया गया।
यह जानकारी देते हुए स्वास्थ्य शिविर के आयोजक राहुल सेठी, संयोजक वर्षा राजकुमार काला, सुधीर जैन और यश जैन ने बताया कि यह शिविर शैल्बी अस्पताल के संयुक्त तत्वावधान में अस्पताल परिसर की दूसरी मंज़िल पर सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक आयोजित किया गया। इसमें प्रमुख रूप से डाक्टर सिद्धांत जैन, डाक्टर अनीश गर्ग और डाक्टर अमित पाटीदार द्वारा सेवाएं दी गई। उनके साथ मेडिकल विभाग के 12 ऑफिसर्स ने अपनी सेवा दी है। 30 से 50 साल की आयु के युवाओं को हार्ट अटैक से कैसे बचा जाए, इस विषय पर कार्यशाला भी आयोजित की गई। डाक्टर सिद्धांत जैन ने कार्यशाला में कहा कि हमारी उत्पत्ति चिम्पाज़ी से हुई है लेकिन विशेषज्ञों ने जाँच में यह पाया कि कभी भी चिंपाजी में हार्ट अटैक या इससे सम्बोधित बीमारी नहीं पाई गई। कारण साफ़ है की हमने अपनी दिनचर्या,खानपान, उठने-बैठने की दिनचर्या बदल दी है। एक दिन में यदि हमें एक ग्राम नमक़ खाना हो तो हम दस ग्राम खाते है। इसी तरह शक्कर भी दो चम्मच की ज़रूरत हो तो पाँच चम्मच (मिठाई) के रूप में खाते है। हमारे घरों की हालात यह है की एक बार जब तेल को गर्म कर के हम उसमें जो तलते है। उसके बाद उक्त तेल को ठंडा होने के बाद फिर गर्म करते है और दूसरी बार उसका उपयोग गर्म कर के करते है। इससे ही हमें हदय सम्बंधित बीमारियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे अनेक उदाहरण के माध्यम से कार्यशाला में डाक्टर जैन द्वारा समझाया गया। प्रमुख रूप से शिविर में दिगम्बर जैन समाज सामाजिक संसद इंदौर के अध्यक्ष राजकुमार पाटोदी, समाजसेवी मुकेश पाटोदी, शरद रेखा जैन, प्रदीप बड़जात्या, राकेश पाटनी, सुयश जैन, राहुल जैन, राजीव जैन, शशांक जैन, कल्पना जैन, सलोनी जैन, अदिति जैन, पूजा विकास कासलीवाल, मेघना सुयोग जैन, पूजा बड़जात्या, मीनल पाटनी, जुली जैन सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
इन बीमारियों का उपचार किया गया।
युवा प्रकोष्ठ के मार्गदर्शक सुयश जैन, अध्यक्ष मनीष सोनी और महासचिव राकेश पाटनी ने बताया कि शिविर में 240 मरीज़ का उपचार किया गया। इसमें से 67 लोगों का इसीजी किया गया। हदय रोग के साथ आँख-नाक-कान और हड्डी रोग सहित अन्य बीमारियों का उपचार किया गया। इसी प्रकार ईसीजी, बीपी, शुगर, आँख की जाँच भी की गई।