देवी अहिल्या विवि के खंडवा रोड स्थित सभागार में आयोजित होगा कार्यक्रम।
मराठी में होनेवाला यह कार्यक्रम सभी सुधि श्रोताओं के लिए खुला है।
इन्दौर : अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले प्रभु श्रीराम के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के चलते इंदौर में भी विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में संस्था सानंद न्यास भी अपने सामाजिक दायित्व का निर्वाह करते हुए गीत रामायण का आयोजन करने जा रही है।
सानंद न्यास के अध्यक्ष श्रीनिवास कुटुंबले और मानद सचिव जयंत भिसे ने बताया कि मूल रामायण महाकाव्य महर्षि वाल्मीकि द्वारा संस्कृत में लिखी गई थी। महाराष्ट्र में 1955 की रामनवमी से 1956 रामनवमी तक 56 सप्ताह हर शानिवार सुबह गीतरामायण का एक गीत पुणे आकाशवाणी से प्रसारित हुआ। गीतकार थे महाराष्ट्र के वाल्मीकि कहे जाने वाले ग. दि. माडगुळकर, संगीत निर्देशक एवं गायक थे सुधीर फडके । ऐसा कोई मराठी परिवार नही है, जिसने यह गीत रामायण नहीं सुना हो। इस महाकाव्य की मिठास अनेक दशकों के बाद आज भी कम नहीं हुई।
अयोध्या राम मंदिर आनंदोत्सव के अवसर पर सानंद न्यास द्वारा अपने अनु उपक्रम फुलोरा के माध्यम से ‘गीत रामायण’ का आयोजन शनिवार, 20 जनवरी 2024, को शाम 6.30 बजे स्थानीय यूसीसी ऑडिटोरियम, दे. अ. वि. वि. परिसर, खंडवा रोड, इंदौर में किया जा रहा है। कार्यक्रम सभी रसिक श्रोताओं के लिये निःशुल्क एवं खुला है।
कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, मालवा प्रांत के प्रांत संघचालक, डॉ. प्रकाश शास्त्री, दीप प्रज्जवलित कर करेगें।
कार्यक्रम के प्रारंभ में सानंद मित्र एवं सभी उपस्थितजन सामूहिक रामरक्षा का पाठ करेंगे।
गीत रामायण के मुख्य स्वर हैं लिटिल चॅम्प फेम प्रथमेश लघाटे एवं शमिका भिडे। मध्य आयु में हुई दृष्टि बाधा से अपनी दृष्टी गवाने के बावजूद, हताश न होकर पुनः स्वयं को सूत्र संचालन के क्षेत्र में स्थापित करने वाली अनघा मोडक विशेष आकर्षण का केन्द्र रहेगी। संगत करने वाले कलाकार हैं – पखवाज-पंकज धोपावकर, की बोर्ड-विनय चेउलकर, अक्षय कावळे, तबला – अभिजीत सावंत और ताल वाद्य-शशांक हडकर।