सीरियल लूट की घटनाओं को अंजाम देने वाले बदमाशों को 24 घंटे के भीतर पुलिस ने धर- दबोचा

  
Last Updated:  December 17, 2021 " 09:05 pm"

इंदौर : महिलाओं से सीरियल लूट करने वाले दो बदमाशों को 24 घंटे में पुलिस ने धर- दबोचा। पकड़े गए आरोपियों ने लसुडिया थाने के साथ साथ विजयनगर व एम.आई.जी. क्षेत्र में भी महिलाओं के पर्स छीनने की वारदात को अंजाम दिया था।आरोपियों से घटना में प्रयुक्त प्रयुक्त एक्सेस गाड़ी व लूटे गए 02 मोबाइल बरामद किए गए है।दोनो बदमाश आदतन अपराधी हैं, जिनके विरूद्ध पूर्व में भी कई अपराध पंजीबद्ध हैं।
डीसीपी जोन 1 व 2 आशुतोष बागरी ने प्रेस वार्ता के जरिए ये खुलासा किया। एडीसीपी राजेश रघुवंशी, सहायक पुलिस आयुक्त विजय नगर राकेश गुप्ता और लसुडिया थाना प्रभारी इंद्रमणि पटेल भी प्रेस वार्ता में मौजूद रहे।

एक के बाद एक की थी तीन वारदातें।

डीसीपी बागरी के मुताबिक पुलिस थाना लसुड़िया क्षेत्र अंतर्गत गुलाब बाग पेट्रोल पंप के पास सुनसान रास्ते पर गुरुवार 16 दिसम्बर 2021 को दोपहर 02.00 बजे स्कूटी पर जा रही महिला आराधना सिंह सेंगर को अकेला पाकर बदमाशों ने उनका बैग छीनने की कोशिश की। महिला ने बैग नहीं छोड़ा तो बदमाशों ने महिला से छीना झपटी की, जिससे महिला स्कूटी से गिर गयी और उन्हें गंभीर चोटें आई। घटना के बाद आरोपी मौके से भाग गए। घटना की जानकारी मिलने पर थाना प्रभारी लसुडिया इन्द्रमणि पटेल और उनके द्वारा गठित टीम मौके पर पहुँची व जाँच- पड़ताल शुरू की। घटना स्थल के आस- पास के सी.सी.टी.व्ही. फुटेज चेक किए और लोगों से बात कर आरोपियों की पहचान स्थापित करने की कोशिश की। फरियादी महिला गंभीर रूप से घायल होने के कारण घटना और आरोपियों के बारे में बताने की स्थिति में नहीं थी। सूचना पर थाना लसुडिया पर अपराध क्रमांक 1655/2021 धारा 393 भादवि का पंजीबद्ध किया गया।

लसूडिया पुलिस ने अपने मुखबिर तंत्र के आधार पर जानकारी जुटाना शुरू की तो ज्ञात हुआ कि इसी प्रकार की एक घटना एम. आई.जी. थाना क्षेत्र में भी हुई है। उक्त घटना के सी.सी.टी.व्ही. चेक किए गये व फुटेज प्राप्त कर संदेहियों के फोटो फरियादी को दिखाए गए। फरियादी ने फुटेज देख कर उक्त हुलिए के आरोपियों द्वारा ही घटना कारित करना बताया ।
जाँच के दौरान पुलिस को जानकारी मिली कि सी.सी. टी. व्ही. फुटेज में नजर आ रहे संदेही आरोपी लोहामण्डी खाली मैदान में वारदात की नीयत से घूम रहे हैं। सूचना पर पुलिस टीम ने घेराबंदी की। पुलिस को देखकर संदेही आरोपियों ने भागने की कोशिश की। इस दौरान दीवार कूदकर भागने के कारण आरोपियों को हाथ व पैरों में चोट आई । उन्हें पकड़कर पूछताछ करने आरोपियों ने अपने नाम हर्ष पिता अशोक वर्मा उम्र 19 साल नि.100 प्रकाश चंद सेठी नगर विजयनगर इन्दौर व राज पिता मनोज शर्मा उम्र 21 साल नि.222 संजय गाँधी नगर एम.आई.जी. इन्दौर का होना बताया। दोनों बदमाशों ने लूट की घटना करना स्वीकार किया।

शराब पीकर की वारदातें।

पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि घटना के पहले निपानिया स्थित वाइन शॉप पर शराब पीकर वारदात के लिए निकले थे कि रिंग रोड पर गुलाब बाग पेट्रोल पंप के पास महिला को अकेला देख उसका बैग छीनने की कोशिश की, महिला के विरोध करने पर घटना को अंजाम दिए बिना भाग निकले ।
इसके बाद सत्यसाई चौराहा पहुँचे जहाँ एक महिला से मोबाइल छीन कर भाग निकले, इसके बाद ये बदमाश एम.आई.जी. इलाके में पहुँचे जहाँ एक महिला से पर्स छीन लिया।

लूटे गए मोबाइल व वारदात में प्रयुक्त स्कूटी बरामद।

आरोपियों से लूटे गए दो मोबाइल और वारदात में इस्तेमाल की गई स्कूटी एक्सेस बरामद हुई है । यह गाड़ी आरोपी राज शर्मा की माँ के नाम पर रजिस्टर्ड है । वारदात के पहले गाड़ी की नंबर प्लेट आरोपियों ने निकाल दी थी । दोनो आरोपियों से लूट की अन्य वारदातों के बारे में भी पूछताछ की जा रही है। आरोपीगण शातिर बदमाश हैं, जिनके विरूद्ध पूर्व में थाना लसुडिया, एम.आई.जी. विजयनगर, व हीरानगर में केस दर्ज है।

आरोपियों की तलाश में लगाई गई थीं 11 टीमें।

डीसीपी आशुतोष बागरी ने बताया कि लूट की सीरियल घटनाएं पुलिस के लिए भी चुनौती थी। इसके चलते 11 टीमें बनाकर उन्हें अलग- अलग मोर्चों पर लगाया गया। सीसीटीवी फुटेज खंगालने के साथ आदतन अपराधी और नशे के आदि बदमाशों की पड़ताल की गई। आखिर सीसीटीवी फुटेज में दिखे हुलिए के आधार पर आरोपियों की पहचान हुई और उन्हें धर- दबोचा गया।

आरोपियों को पकड़ने वाली टीम को 10 हजार का इनाम।

इस कार्रवाई में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी लसूडिया निरीक्षक इन्द्रमणि पटेल, उप निरीक्षक अरुण मलिक, उप निरीक्षक संजय विश्नोई, प्रधान आरक्षक नीरज रघुवंशी, प्रधान आरक्षक देवेन्द्र यादव, प्रधान आरक्षक दिनेश जरिया, प्रधान आरक्षक विजेन्द्र बघेल, आरक्षक प्रणीत भदौरिया, आरक्षक नरेश चौहान, आरक्षक अजय प्रजापति, आरक्षक धनराज वाघेला, आरक्षक विक्रम सिंह जादौन की महत्वपूर्ण भूमिका रही। उक्त सराहनीय कार्य करने वाली पुलिस टीम को डीसीपी आशुतोष बागरी द्वारा 10,000/- रुपये का नगद ईनाम देने की घोषणा की है।

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