इंदौर: बीजेपी के वरिष्ठ नेता विष्णुप्रसाद शुक्ला ने चुनाव में पार्टी का काम नहीं करने का ऐलान किया है। इंदौर-1 से बीजेपी प्रत्याशी सुदर्शन गुप्ता ने श्री शुक्ला और उनके परिवार पर आपत्तिजनक आरोप लगाए थे, इसी से आहत होकर उन्होंने ये कदम उठाया। शुक्रवार को पत्रकार वार्ता कर श्री शुक्ला ने अपने फैसले की जानकारी मीडिया को दी। उन्होंने कहा कि पहले भी गुप्ता उनके खिलाफ ऐसी हरकत कर चुके हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को भी उन्होंने अपनी पीड़ा से अवगत कराया है। श्री शुक्ला के बड़े बेटे राजेन्द्र शुक्ला ने भी एक माह तक बीजेपी का काम नहीं करने की बात कही। राजेन्द्र का कहना था की उनके पिता ने जनसंघ के जमाने से पार्टी के लिए काम किया है। बीजेपी को अच्छे दिन दिखाने में उनका भी बड़ा योगदान है। ऐसे में सुदर्शन गुप्ता जैसे लोग उन्हें अपमानित करें ये बेहद पीड़ादायी है।
आपको बता दें कि इंदौर-1 से बीजेपी प्रत्याशी सुदर्शन गुप्ता के खिलाफ कांग्रेस ने विष्णुप्रसाद शुक्ला जो बड़े भैया के नाम से पहचाने जाते हैं के छोटे बेटे संजय को प्रत्याशी बनाया है।उसी के चलते आरोप- प्रत्यारोप की जंग चल रही है पर एक दिन पहले सुदर्शन गुप्ता के संगीन व्यक्तिगत आरोपों ने बड़े भैया को विचलित कर दिया और उन्होंने बीजेपी का किसी भो स्तर पर काम नहीं करने का फैसला कर लिया।
बड़े भैया के बीजेपी छोड़ने की थी अटकलें
बीजेपी प्रत्याशी सुदर्शन गुप्ता के आपत्तिजनक आरोपों से आहत बड़े भैया ने पार्टी छोड़ने का मन बना लिया है, ऐसी अटकलें भी सरगर्म थी। ऐन चुनाव के मौके पर यह पार्टी के लिए बड़ा झटका साबित हो सकता था। इसके चलते डैमेज कंट्रोल की कवायद शुरू हुई। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कमान संभाली। उन्होंने विष्णुप्रसाद शुक्ला ( बड़े भैया ) को पार्टी के सम्मानित नेता बताते हुए सुदर्शन गुप्ता के बयान पर खेद जताया। कैलाशजी ने बड़े भैया से फ़ोन पर चर्चा भी की। कहा जाता है कि कैलाशजी से हुई चर्चा के बाद ही बड़े भैया ने बीजेपी छोड़ने का निर्णय बदल दिया। हालांकि ब्राह्मण समाज के पदाधिकारी जरूर मुखर हो गए हैं , उन्होंने सुदर्शन गुप्ता के बहिष्कार की बात कही है।