मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और तुलसी सिलावट सहित अन्य जनप्रतिनिधि रहे मौजूद।
आईडीए ने विकसित की है सिंदूर वाटिका।
इंदौर : इन्दौर विकास प्राधिकरण द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर सुपर कॉरिडोर पर पौधापण कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, सांसद शंकर लालवानी अन्य जनप्रतिनिधि, क्षेत्र के गणमान्य नागरिक तथा बड़ी संख्या में स्कूली विद्यार्थी उपस्थित थे।
इस अवसर पर मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने अपने संबोधन में कहा कि प्रकृति हमारे लिये भगवान है, यही कारण है कि हम इसकी पूजा करते है, इसका संरक्षण करना हमारा परम धर्म होना चाहिये। उन्होंने उपस्थित बच्चों से कहा कि वे रोपे गये पौधों की समय-समय पर आकर देखभाल करें। इस प्रकार वे पर्यावरण के सजग प्रहरी बन सकेंगे।
मंत्री तुलसीराम सिलावट ने मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय के नेतृत्व में 51 लाख पौधे लगाने के संकल्प की प्रशंसा की और उसमें प्रत्येक नागरिक को बढ़-चढकर हिस्सा लेने की अपील की।
सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि इन्दौर विकास प्राधिकरण द्वारा विगत वर्ष किए गये पौधारोपण में जीवित रहे पौधो की संख्या 100 प्रतिशत है। उन्होंने इस बात के लिए आईडीए की सराहना की।
स्कूली छात्र-छात्राओं के लिए चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित।
मुख्य कार्यपालिक अधिकारी आर.पी. अहिरवार ने बताया कि इस अवसर पर स्कूल के छात्र-छात्राओं के लिए चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें 14 स्कूलों के लगभग 100 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया गय विषय पर्यावरण से संबंधित ही थे। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान कु. निकिता गरोठिया, शा.अहिल्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, द्वितीय स्थान कु. वैशाली सोलंकी, शासकीय मॉडल स्कूल, इन्दौर, तृतीय स्थान देव परमार, शासकीय मॉडल स्कूल, इन्दौर ने प्राप्त किया। विजेताओं को मंत्रीगण एवं अतिथियों द्वारा पुरस्कृत किया गया
सीईओ अहिरवार ने बताया कि सुपर कॉरिडोर पर उपलब्ध स्थान पर 1000 पौधे रोपने का लक्ष्य रखा गया है, जिसका 18 माह तक रख-रखाव भी प्राधिकरण द्वारा निजी एजेन्सी को दिया गया है। उल्लेखनीय है कि 1000 में से 101 पौधे सिन्दुर के रोपे गये, जो वहां उपस्थित मंत्रीगण, सांसद , संभागायुक्त दीपक सिंह अन्य अतिथि एवं उपस्थित स्कूलों के छात्र-छात्राओं, उनके अभिभावक एवं शिक्षिकाओं द्वारा रोपे गये। वहां उपस्थित जन प्रतिनिधियों की मांग पर मंत्री कैलाश विजयवर्गीय द्वारा उक्त स्थान का नाम सिन्दुर वाटिका रखने पर सहमति दी गई। अंत में आभार श्रवण चावडा ने माना। कार्यक्रम का संचालन कपिल देव भल्ला द्वारा किया गया।