इंदौर : बुधवार को रेसीडेंसी कोठी में कोरोना को लेकर मैराथन समीक्षा बैठक करने के बाद स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी मीडिया से रूबरू हुए। इंदौर के प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट, पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर, विधायक रमेश मेंदोला और बीजेपी नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे उनके साथ थे।
पहले प्रदेश में कोरोना संक्रमण और उससे निपटने के लिए किए गए प्रयासों पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने अपनी बात रखी, लेकिन जैसे ही मीडिया के सवालों की बौछार शुरू हुई, वे जवाब देने में लड़खड़ाने लगे।
प्रदेश में कितने और कौनसे स्ट्रेन एक्टिव हैं, मंत्री को पता नहीं।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी से पूछा गया कि प्रेदेश में कोरोना के कितने स्ट्रेन है तो वे जवाब नहीं दे पाए । उनका कहना था कि इस बारे में जांच की सुविधा मप्र में उपलब्ध नहीं है। इसलिए यह बताना सम्भव नहीं है कि कौनसे स्ट्रेन एक्टिव हैं।
सरकार कुछ नहीं छुपा रही।
स्वास्थ्य मंत्री से जब पूछा गया कि सरकार कोरोना से हुई मौतों के आंकड़े क्यों छुपा रही है तो
गोलमोल जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि सरकार कुछ भी छुपा नहीं रही है। जिन मामलों में कोरोना से मौत की पुष्टि होती है उन्हें कोरोना से हुई मौतों में गिना जाता है।
बेड, ऑक्सीजन व रेमडेसीवीर की बढ़ी उपलब्धता।
स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी ने दावा किया कि प्रदेश व इंदौर में बेड, ऑक्सीजन और रेमडेसीवीर को लेकर स्थिति बेहतर हुई है। आईसीयू व एचडीयू बेड की संख्या भी बढ़ाई गई है। रेमडेसीवीर को लेकर डॉ. चौधरी ने दावा किया कि अभी तक 2 लाख 73 हजार इंजेक्शन उपलब्ध कराए गए हैं, इनमें 43 हजार इंदौर को मिले हैं। उन्होंने रेमडेसीवीर की कालाबाजारी करनेवालों को लेकर कहा कि ऐसे तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
8 ऑक्सीजन प्लांट में शुरू हुआ उत्पादन।
मंत्री प्रभुराम चौधरी ने कहा की प्रदेश में 100 ऑक्सीजन प्लांट लगाने का लक्ष्य रखा गया है।8 प्लांट में उत्पादन भी होने लगा है। शेष प्लांट भी जल्दी ही प्रारम्भ हो जाएंगे। ऑक्सीजन प्लांट लगाने वाले निजी अस्पतालों को सरकार 50 फीसदी सब्सिडी देगी।
मुख्यमंत्री कोविड योजना में होगा गरीबों का इलाज।
स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी ने कहा कि गरीब लोगों के इलाज के लिए प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना लॉन्च की है।इसके तहत आयुष्यमान भारत के कार्डधारियों का इलाज सरकारी व अनुबंधित अस्पतालों में निःशुल्क होगा। प्रदेश में 377 व इंदौर में 80 अस्पताल इस योजना से जोड़े गए हैं। जिन पात्र लोगों के कार्ड नहीं बने हैं, उनके कार्ड बनाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। गरीब मध्यमवर्गीय भी इसका लाभ ले सकेंगे।
ब्लैक फंगस को लेकर गाइडलाइन जारी।
स्वास्थ्य मंत्री ने कोरोना उपचार के बाद कुछ मरीजों में ब्लैक फंगस की शिकायत मिलने पर कहा कि प्रदेश में अभी तक ऐसे 50 केस सामने आए हैं। इस बारे में गाइडलाइन जारी की जा रही है कि स्टीरॉयड व एंटीबायोटिक का इस्तेमाल जरूरत से ज्यादा न हो।
तीसरी लहर को लेकर सरकार सजग।
डॉ. चौधरी ने कहा कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर सरकार सजग है और सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।