इंदौर : सत्ता के गलियारों में हड़कम्प मचा देने वाले बहुचर्चित हनी ट्रैप मामले में पुलिस ने नया ऐंगल जोड़ लिया हैं। उसने आरती, दोनों श्वेता, ओमप्रकाश और उनके कुछ अन्य सहयोगियों के खिलाफ मानव तस्करी का मामला भी दर्ज कर लिया है। बताया जाता है कि मुख्य आरोपी आरती की सहयोगी मोनिका के पिता की रिपोर्ट पर ये कायमी की गई है। एसएसपी इंदौर रुचि वर्धन मिश्र ने इस बात की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि मामला भोपाल से जुड़ा होने से जीरो पर कायमी कर भोपाल ट्रांसफर किया जा रहा है।
मोनिका से पूछताछ के बाद बनाया मानव तस्करी का केस।
सोमवार को पुलिस आरती की सहयोगी मोनिका को लेकर भोपाल गई थी। आरती की तबियत बिगड़ने के कारण उसे साथ नहीं ले जाया जा सका था। वहां पूछताछ के दौरान मोनिका ने कई खुलासे किए थे। सूत्रों के मुताबिक उसने पुलिस को बताया कि उसकी घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। वह भोपाल में ग्रेजुएशन कर रही है। आरती के संपर्क में आने के बाद उसने अपने एनजीओ में काम दिलाने के बहाने उसका इस्तेमाल किया और हनी ट्रैपिंग में धकेल दिया। मोनिका ने ये भी बताया कि वह आरती के साथ ही रहती थी। आरती ने ही उसकी कॉलेज की फीस भी भरी थी।
मोनिका बन सकती है सरकारी गवाह।
पुलिस मोनिका को गांव स्थित उसके घर भी ले गई थी। उसके पिता को तमाम बातों से अवगत कराकर वह उन्हें अपने साथ इंदौर ले आई। बताया जाता है कि पुलिस ने मोनिका को सरकारी गवाह बनाने की तैयारी कर ली है। इसी के चलते उसके पिता को विश्वास में लेकर आरोपी आरती, दोनों श्वेता, ओमप्रकाश व उनसे जुड़े अन्य लोगों के खिलाफ ताबड़तोड़ मानव तस्करी के आरोप में एफआईआर दर्ज करवाई गई। पुलिस का मानना है कि इससे हनी ट्रैप मामले में लिप्त आरोपियों के खिलाफ केस मजबूत होगा और उन्हें सजा दिलवाई जा सकेगी।